
इस्लामाबाद। अमेरिका द्वारा लगातार पाकिस्तान की अनदेखी और अफगानिस्तान मामले में प्रधानमंत्री इमरान खान की भूमिका पर सवाल ने पड़ोसी देश को मुश्किल में डाल दिया है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा पीएम इमरान से फोन पर संपर्क करने की अनिच्छा से पाकिस्तान आहत नजर आ रहा है।
इस अनदेखी से नाराज पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) मोईद युसूफ ने कहा है कि अगर अमेरिकी नेता देश के नेतृत्व की अनदेखी करते रहे तो इस्लामाबाद के पास अन्य विकल्प हैं।
एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने ऐसे महत्वपूर्ण देश के प्रधानमंत्री से बात नहीं की है, जिसके बारे में अमेरिका खुद कहता है कि अफगानिस्तान समेत कुछ मामलों में वह बहुत महत्वपूर्ण है। हम इस संकेत को समझने नहीं पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमें हर बार कहा गया कि… (फोन पर) बात होगी, यह तकनीकी कारण है या जो भी हो। लेकिन स्पष्ट रूप से, लोग इस पर विश्वास नहीं करते हैं। हालांकि, उन्होंने विकल्पों के बारे में खुलकर नहीं बताया।
अमेरिकी विदेश विभाग ने पाकिस्तान को आश्वासन दिया है कि अमेरिका अफगानिस्तान में शांति बहाल करने में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करता है और चाहता है कि पाकिस्तान वह भूमिका निभाए।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि पाकिस्तान के पास हासिल करने के लिए बहुत कुछ है और महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा और अच्छे परिणाम को लेकर भूमिका निभाने के लिए अच्छी स्थिति में होगा। उन्होंने कहा कि हम इस पर काम करना जारी रखेंगे और अपने पाकिस्तानी सहयोगियों के साथ करीबी संवाद करेंगे।
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