वाशिंगटन। बंदूक संस्कृति से घिरे अमेरिका में गोलीबारी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। एक बार फिर खूनखराबा हुआ है। ओक्लाहोमा में स्मृति दिवस समारोह में की गई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए। अमेरिकी मीडिया में यह घटना सुर्खी बनी है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले 24 मई को टेक्सास प्रांत के उवाल्डे शहर में एक स्कूल में एक छात्र ने 19 छात्रों सहित 21 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। अधिकारियों ने कहा था कि स्कूल में गोलीबारी करने वाला 18 वर्षीय सल्वाडोर रामोस अपराधिक प्रवृत्ति का नहीं था। वह अपनी दादी को गोली मारने के बाद स्कूल पहुंचा था। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसे ढेर कर दिया गया था।
इस घटना पर राष्ट्रपति जो बाइडन, उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने संवेदनाएं व्यक्त की थी। जो बाइडन ने कहा कि एक राष्ट्र के रूप में हमें सोचना होगा कि भगवान के नाम पर हम कब बंदूक लाबी के खिलाफ खड़े होंगे और हमें क्या करने की जरूरत है। बाइडन ने कहा था कि बंदूक रखने पर नए प्रतिबंध लागू किए जाएंगे।
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