लखनऊ। उत्तर प्रदेश अब माफिया नहीं महोत्सव का प्रदेश बन चुका है। यूपी अब उपद्रवियों का नहीं, उत्सवों के प्रदेश के रूप में पहचाना जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में अपने दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा करने के दौरान इन्हीं वाक्यों के साथ सरकार की उपलब्धियों का बखान किया था। देश-दुनिया के अंदर यूपी को लेकर बदले परसेप्शन का असर अब सोशल नेटवर्किंग साइट पर भी देखने को मिल रहा है। बुधवार को पूरे दिन ट्विटर पर हैशटैग उत्सव प्रदेश (#UtsavPradesh) ट्रेंड करता रहा। इस दौरान तकरीबन 23 करोड़ यूजर्स तक प्रदेश की छवि को लेकर बदली अवधारणा का संदेश प्रसारित हुआ। हैशटैग ‘उत्सव प्रदेश’ इंडिया में काफी देर तक टॉप चार्ट में नंबर एक पर बना रहा। इस दौरान लगभग 35 हजार से अधिक यूजर्स ने दीपोत्सव, ब्रजोत्सव, रंगोत्सव के साथ ही नित्य सुमंगल नित्य महोत्सव की भूमि बन चुके यूपी को लेकर अपनी भावनाओं का इजहार लाइक, रिप्लाई और रिट्वीट के जरिए किया। बता दें कि आजाद भारत में पहली बार इस वर्ष चैत्र नवरात्रि और नव संवत्सर के अवसर पर हर जिले में दुर्गा शप्तसती और श्रीरामचरित मानस के पाठ का आयोजन हो रहा है। सोशल मीडिया पर इस आयोजन को लेकर भी काफी चर्चाएं हो रही हैं। ट्विटर पर यूजर्स इसे योगी राज में विरासत और संस्कृति के सम्मान की बड़ी मिसाल बता रहे हैं। वहीं प्रदेश में नित्य आयोजित हो रहे उत्सवों और महोत्सवों ने दशकों से यूपी को लेकर बने गुंडाराज और माफियाराज की छवि को तोड़ने का काम किया है।
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