उपभोक्ता मामलों के विभाग के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि टमाटर की कीमतों में वृद्धि एक अस्थायी समस्या है। हर साल इस समय ऐसा होता है। दरअसल टमाटर बहुत जल्द खराब होने वाला खाद्य उत्पाद है और अचानक बारिश होने से इसकी ढुलाई पर असर पड़ता है।
क्या कहते हैं आंकड़े: उपभोक्ता मामलों के विभाग के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, 27 जून को अखिल भारतीय स्तर पर टमाटर की औसत कीमत 46 रुपये प्रति किलो रही। हालांकि इसकी अधिकतम कीमत 122 रुपये प्रति किलो भी दर्ज की गई है।
कहां क्या है कीमत: देश के चार मेट्रो शहरों की बात करें तो दिल्ली में टमाटर की खुदरा कीमत 60 रुपये प्रति किलो, मुंबई में 42 रुपये प्रति किलो, कोलकाता में 75 रुपये प्रति किलो और चेन्नई में 67 रुपये प्रति किलो रही। हालांकि सरकारी आंकड़ों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और कर्नाटक के बेल्लारी में टमाटर का भाव 122 रुपये प्रति किलो दर्ज किया गया है।
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में दूध एवं फल-सब्जियों की बिक्री करने वाली मदर डेयरी के स्टोर पर भी टमाटर का भाव एक हफ्ते में ही दोगुना होकर करीब 80 रुपये प्रति किलो हो चुका है। प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में बारिश होने से टमाटर की आपूर्ति बाधित होने से इसके दाम में उछाल आया है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक फसल सत्र 2022-23 में टमाटर का उत्पादन 2.062 करोड़ टन रहने का अनुमान है जबकि इसके एक साल पहले यह 2.069 करोड़ टन रहा था।
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