नई दिल्ली। गगनयान के पहले टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट मिशन -1 (टीवी-डी1) को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया।जिसको वापस पैराशूट के जरिए बंगाल की खाड़ी में लैंडिंग कराया गया। जो 2025 में अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में ले जाएगा। भारतीय मानव अंतरिक्ष मिशन को गगनयान कहा जाता है।
ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ ने कहा, “मुझे गगनयान टीवी-डी1 मिशन की सफलता की घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है।
अंतरिक्ष एजेंसी के अध्यक्ष एस.सोमनाथ के अनुसार, फ्लाइट टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट मिशन-1 (टीवी-डी1) नामक शनिवार सुबह का मिशन क्रू एस्केप सिस्टम का प्रदर्शन करेगा और यह इसरो द्वारा नियोजित चार ऐसी परीक्षण उड़ानों में से पहला है।
दूसरे शब्दों में, अगर क्रू मॉड्यूल में अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने वाले रॉकेट में कुछ गड़बड़ हो जाती है, तो उन्हें बचाना होगा, क्योंकि उनकी जान को खतरा है।
क्रू एस्केप सिस्टम को अंतरिक्ष यात्रियों को समुद्र में सुरक्षित रूप से नीचे लाकर उनके जीवन की रक्षा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
लड़ाकू विमान से बाहर निकलने वाले लड़ाकू पायलट की तरह, अंतरिक्ष यात्रियों के साथ क्रू मॉड्यूल अलग हो जाएगा और पैराशूट की मदद से समुद्र में गिर जाएगा।
योजनाओं के अनुसार, भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन या गगनयान 2025 में होने की उम्मीद है और क्रू एस्केप सिस्टम का परीक्षण उसी का हिस्सा है।
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