(शाश्वत तिवारी): भारत ने गंभीर प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे मंगोलिया की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है। भारत सरकार ने मंगोलिया में ‘डज़ुड’ के प्रभाव को रोकने के लिए अपना समर्थन देते हुए 20 हजार अमेरिकी डॉलर की राशि जारी की है। मंगोलिया की राजधानी उलानबटार में भारतीय दूतावास के प्रतिनिधि ने मंगलवार को राष्ट्रीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी (एनईएमए) के एक उच्चाधिकारी को आपदाग्रस्त देश के लिए भारत की ओर से जारी की गई धनराशि सौंपी।
उलानबटार स्थित भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जानकारी साझा करते हुए लिखा भारत सरकार ने मंगोलिया में डज़ुड के प्रभाव को रोकने के लिए समर्थन बढ़ाने के लिए 20,000 अमेरिकी डॉलर की राशि जारी की। वित्तीय अनुदान सौंपने के लिए एनईएमए के प्रमुख मेजर जनरल जी. अरियुनबुयान से मुलाकात की।
बता दें कि मंगोलिया ने पिछले कई महीनों के दौरान कड़ाके की सर्दी का सामना किया है, जिसे ‘डज़ुड’ कहा जाता है। ‘डज़ुड’ के दौरान देश के कुछ हिस्सों में तापमान शून्य से 50 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला जाता है। इस सीजन में पूर्वी-मध्य एशियाई देश में ‘डज़ुड’ की चपेट में आकर 45 लाख से अधिक पशुओं की मौत हो गई। चूंकि मंगोलिया की कुल आबादी में से 30 प्रतिशत खानाबदोश चरवाहे हैं, इसलिए देश की अर्थव्यवस्था पर इसका काफी बुरा प्रभाव पड़ा है।
मंगोलिया के आपातकालीन संचालन केंद्र (ईओसी) ने एक बयान में कहा मंगोलियाई चरवाहों ने कई महीनों तक अत्यधिक ठंड झेली है, जिसने 47 लाख पशुधन जानवरों की जान ले ली है। 2,250 चरवाहे परिवारों ने अपने 70 प्रतिशत से अधिक पशुधन को खो दिया है।
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