Muhammad yunus oath ceremony: बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो गया है. नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ले ली है.
हिंदुओं पर हिंसा के बीच बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो गया है. नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ले ली है. इस तरह उन्होंने अवामी लीग की प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की जगह देख की बागडोर संभाली. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर मोहम्मद यूनुस को बधाई दी. साथ ही पीएम मोदी ने मोहम्मद यूनुस से हिंदुओं समेत अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा की मांग की है.
पीएम मोदी ने मोहम्मद यूनुस को बधाई देते हुए एक्स पर लिखा, ‘प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को उनकी नई जिम्मेदारी संभालने पर मेरी शुभकामनाएं. हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी, जिससे हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी. भारत शांति, सुरक्षा और विकास के लिए दोनों देशों के लोगों की साझा आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बांग्लादेश के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन नई अंतरिम सरकार के सदस्यों को शपथ दिलाई. इस मौके पर आर्मी चीफ जरनल वकर उज जमान समेत कई वरिष्ठ नेता शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहे. बड़ी बात ये हैं कि इस शपथ ग्रहण समारोह (muhammad yunus oath ceremony) में छात्र नेता नाहिद इस्लाम और आसिफ महमूद भी शामिल रहे. बता दें कि बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी आंदोलन के हिंसक हो जाने के बाद शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़कर जाना पड़ा था.
मोहम्मद यूनुस लौटे ढाका
गौरतलब है कि शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए गुरुवार को ही मोहम्मद यूनुस भी फ्रांस की राजधानी पेरिस से ढाका लौटे हैं. स्वदेश लौटने पर मोहम्मद युनूस ने एक ऐसी सरकार देने का वादा किया, जो अपने नागरिकों को सुरक्षा का प्रदान करेगी. साथ ही उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की भी अपील की. आर्मी चीफ जनरल वकर-उज-जमान, वरिष्ठ अधिकारियों, छात्र नेताओं और अन्य लोगों ने हजरत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया.
- मोहम्मद यूनुस को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का विरोधी माना जाता है. उन्होंने देश में हो रहे छात्र आंदोलन को जायज ठहराया.
- यूनुस ने बांग्लादेश में ग्रामीण बैंक की स्थापना की थी. गरीबी विरोधी अभियान के लिए उन्हें 2006 में नोबेल शांति पुरस्कार मिला था.
- यूनुस को ये अवॉर्ड ग्रामीण बैंक के जरिए गरीबी उन्मूलन चलाने के लिए दिया गया था. इसके बाद ग्लोबल लेवल पर उनको पहचान मिली.
- बांग्लादेश में मोहम्मग यूनुस को गरीबों का मसीहा माना जाता है, गरीबों को बेहतर जिंदगी मिले, इसके लिए उनकी कोशिशें काबिले तारीफ हैं.
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