चीन की सरकार अपने कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र को बढ़ाने जा रही है. चीन की संसद ने इस स्कीम का ऐलान शुक्रवार को किया. हालांकि ये नियम अगले 15 सालों में धीरे-धीरे लागू किया जाएगा.
जहां दुनियाभर के कई देश रिटायरमेंट की उम्र को कम करने पर विचार कर रहे हैं तो वहीं चीन रिटायरमेंट की उम्र को बढ़ाने जा रहा है. रिटायरमेंट के इस नए नियम को अगले साल लागू कर दिया जाएगा. चीन के सरकारी प्रसारणकर्ता सीसीटीवी के मुताबिक, देश की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की. हालांकि रिटायरमेंट की उम्र में एक बार में ही इजाफा नहीं किया जाएगा, बल्कि चीन इस पॉलिसी को अगले 15 साल में धीरे-धीरे लागू करेगा.
क्यों रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने जा रहा चीन
दरअसल, चीन की आबादी और अर्थव्यवस्था की स्टडी करने वाले शिउजियान पेंग ने इसके पीछे की वजह बताई. बता दें कि पेंग ऑस्ट्रेलिया में विक्टोरिया यूनिवर्सिटी में रिसर्च स्कॉलर हैं. पेंग का कहना है कि चीन में बड़े पैमाने पर लोग रिटायर होने की उम्र पर पहुंच रहे हैं. इसलिए सरकार पर पेंशन फंड का काफी दबाव है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अब इस दिशा में गंभीरता से काम करने का समय आ गया है. पेंग ने कहा कि पिछली बार रिटारयमेंट उम्र 1950 में तय की गई थी. उस वक्त वहां पर लाइफ एक्सपेक्टेंसी करीब 40 साल थी. इसमें लोगों की जन्मतिथि के आधार पर धीरे-धीरे बदलाव किया जाएगा.
विशेषज्ञों की मानें तो उम्रदराज लोगों की बढ़ती जनसंख्या ने चीन के इस फैसले में अहम भूमिका है. साल 2023 के अंत तक चीन में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों की संख्या बढ़कर करीब 300 मिलियन हो गई. जबकि 2035 तक यह संख्या बढ़कर 400 मिलियन होने का अनुमान है. जो अमेरिका की आबादी से भी ज्यादा होगी. चाइनीज एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज ने इससे पहले बताया था कि तब तक पब्लिक पेंशन फंड खत्म हो जाएंगे.
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