श्रीनगर : राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) कश्मीर ने स्लीपर सेल मॉड्यूल से संबंधित एक मामले में शनिवार को मध्य और उत्तरी कश्मीर में 11 स्थानों पर छापेमारी की।
एक बयान में प्रवक्ता ने कहा कि ये छापे पुलिस थाना सीआई/एसआईए कश्मीर के मामले एफआईआर संख्या 01/2025 यू/एस 13, 17, 18, 18-बी, 38, 39 यूए(पी) अधिनियम की जांच के संबंध में मारे गए। सक्षम न्यायालय ने इन छापों को अधिकृत किया है जो कार्यकारी मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में किए जा रहे हैं। इसमें कहा गया है कि छापे के दौरान पर्याप्त मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है और संदिग्धों को आगे की पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
बयान में कहा गया है कि प्रारंभिक जांच से यह स्पष्ट रूप से सामने आया है कि ये आतंकी सहयोगी आतंकवादी साजिश में सक्रिय रूप से शामिल हैं, भारत विरोधी बयानों का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं जिसका उद्देश्य न केवल भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को चुनौती देना है बल्कि असंतोष, सार्वजनिक अव्यवस्था और सांप्रदायिक घृणा को भड़काना भी है। यह देखा गया है कि ऑनलाइन कट्टरपंथ में शामिल होने के लिए एसआईए की जांच के तहत आने वाले अधिकांश व्यक्ति 18 से 22 वर्ष के कमजोर और संवेदनशील आयु वर्ग के हैं।
इस संदर्भ में शिक्षकों, अभिभावकों और साथियों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। हालांकि निरंतर निगरानी हमेशा संभव नहीं हो सकती है लेकिन उन्हें युवा व्यक्तियों की ऑनलाइन गतिविधियों के प्रति सतर्क रहना चाहिए और यदि कोई चिंताजनक व्यवहार दिखाई देता है तो समय पर मार्गदर्शन प्रदान करना चाहिए। बयान में कहा गया है कि यदि आवश्यक हो तो मामले की सूचना स्थानीय पुलिस प्राधिकारियों को दी जानी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसे युवाओं को उचित हस्तक्षेप और परामर्श मिले।
Shaurya Times | शौर्य टाइम्स Latest Hindi News Portal