चंडीगढ़ : हरियाणा पुलिस की गिरफ्त में आए कैथल वासी पाकिस्तानी जासूस देवेंद्र सिंह के मामले की जांच में अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) भी शामिल हो गई है। रविवार को एनआईए की एक टीम कैथल पहुंची और देवेंद्र सिंह से पूछताछ की। कैथल पुलिस ने इस पूछताछ की पुष्टि की है।
पुलिस के अनुसार मस्तगढ़ निवासी देवेंद्र सिंह सिख धार्मिक स्थलों के दर्शन करने पाकिस्तान गया था। इस दौरान उसे वहां की एक लड़की ने हनीट्रैप में फंसा लिया और सात दिन तक उसे अपने साथ रखा। लड़की ने उसे पाकिस्तान में जासूसी की ट्रेनिंग दी। फिर उस लड़की ने उसका संपर्क पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के पांच एजेंटों से करवाया। पुलिस जांच में सामने आया कि लडक़ी ने देवेंद्र को लालच दिया कि अगर वह गुप्त सूचना देगा तो वह उसकी दोस्ती खूबसूरत लड़कियों से करवा देगी और उसे पैसे भी मिलेंगे। एनआईए की टीम ने आरोपित से मामले से जुड़े कई पहलुओं पर पूछताछ की, जैसे कि वह आईएसआई के संपर्क में कैसे आया और उसने क्या-क्या सूचनाएं साझा कीं। एनआईए के दो अधिकारी अभी कैथल में ही हैं। आशंका जताई जा रही है कि बहुत जल्द देवेंद्र सिंह को एनआईए अपनी हिरासत में ले सकती है। कैथल पुलिस ने भी इस मामले की जांच के लिए अलग से एसआईटी का गठन कर दिया है।
इस संबंध में कैथल एसपी आस्था मोदी ने बताया कि मामले की जांच के लिए आईएनए की टीम कैथल आई थी। आरोपित से मामले के बारे में पूछताछ की गई और तथ्य जुटाए गए। उन्होंने बताया कि मामले को लेकर एसआईटी का गठन किया गया है। इसकी अध्यक्षता डीएसपी गुरविंदर सिंह को दी गई है। एसआईटी में साइबर थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर सुभ्रांशु, सिविल लाइन थाना के इंस्पेक्टर साहिल कुमार और स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट प्रभारी सब इंस्पेक्टर रमेश कुमार शामिल हैं। टीम आरोपित के बैंक खातों की भी जांच कर रही है।
दरअसल, कैथल पुलिस ने देवेंद्र सिंह को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। शुरुआती जांच में पता चला कि वह आईएसआई के एजेंटों को अब तक पटियाला कैंट क्षेत्र की जानकारी और फोटो को भेज चुका है। इसके बाद उसने उसका डेटा मोबाइल से डिलीट कर दिया। पुलिस अब उसके बैंक खातों की जानकारी और डिलीट किया डेटा रिकवर करने की कोशिश कर रही है। आरोपित एमए प्रथम वर्ष पॉलिटिकल साइंस का छात्र है।