नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में 15 नर्सों को वर्ष 2025 के लिए राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार से सम्मानित किया।
राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार की स्थापना स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने उत्कृष्ट नर्सिंग कर्मियों द्वारा प्रदान की गई सराहनीय सेवाओं को मान्यता देने और सम्मानित करने के लिए की थी।
पुरस्कार प्राप्त करने वालों में अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह
से रेखा रानी सरकार, आंध्र प्रदेश
वलिवेती सुभावती,
दादर एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव
से सरोज फकीरभाई पटेल,
लक्षद्वीप
से रजिया बेगम पी बी,
महाराष्ट्र
से सुजाता अशोक बागुल, असम
से बीना पानी डेका, अरुणाचल प्रदेश
से किजुम सोरा कारगा, नई दिल्ली के आरएमएल अस्पताल से डिम्पल अरोड़ा,
नर्स
दिल्ली
से
मेजर जनरल शीना पी डी,
कर्नाटक
से डॉ बानू एम आर, मणिपुर
से लीमापोकपम रंजीता देवी,
मिजोरम
से वी लालमंगई,
पुडुचेरी
से एल एस मणिमोझी, तमिलनाडु
से
अलामेलु मगयारकरसी और पश्चिम बंगाल
से
डॉली बिस्वास शामिल हैं।
इस मौके पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने देश के समर्पित नर्सिंग पेशेवरों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार 2025 से सम्मानित करने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का आभार व्यक्त किया।
शुक्रवार को अपने एक्स पर साझा किए अपने संदेश में जेपी नड्डा ने पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान मानवता की सेवा के प्रति आपके समर्पण का जश्न मनाता है और आपको सकारात्मक प्रभाव डालते रहने के लिए प्रेरित करेगा।