तेल अवीव : इजरायल के प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय लिबरल मूवमेंट (लिकुड) के शीर्ष नेता बेंजामिन नेतन्याहू पर संकट के बादल गहराने लगे हैं। दक्षिण पंथी लिकुड के नेता को बुधवार को नेसेट में विरोधी दलों से अब तक की सबसे तगड़ी चुनौती मिल सकते हैं। इन दलों ने नेसेट को भंग करने की तैयारी शुरू कर दी है।
इजराइल में एक सदनीय विधानमंडल की व्यवस्था है। इसे नेसेट यानी संसद कहा जाता है। नेसेट के सदस्यों का चुनाव देश के नागरिक करते हैं। यह सदस्य कानून बनाने, सरकारी कार्यों की निगरानी करने और अन्य महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। नेसेट ही राष्ट्रपति को चुनती है। नेसेट में 120 सदस्य होते हैं।
द टाइम्स ऑफ इजराइल की खबर के अनुसार लिकुड की विरोधी पार्टी नेशनल यूनिटी के चेयरमैन बेनी गैंट्ज ने अपनी पार्टी को प्लेनम एजेंडे से बुधवार तक अपने सभी कानून वापस लेने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि नेसेट को भंग करने वाले बिल के अलावा सभी बिल वापस ले लिए जाएं। विपक्षी पार्टी ने बयान में कहा कि इससे नेसेट को भंग करने का रास्ता आसान हो जाएगा।
नेसेट को भंग करने वाला बिल अल्ट्रा-ऑर्थोडॉक्स पार्टियों के सरकार को गिराने की धमकियों के बीच आया है। अल्ट्रा-ऑर्थोडॉक्स शास पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि वह बुधवार को नेसेट को भंग करने के पक्ष में मतदान करेंगे। कोल बेरमाह रेडियो स्टेशन के साथ साक्षात्कार में शास के प्रवक्ता अशर मदीना ने कहा, “जैसा कि स्थिति है, हम बुधवार को नेसेट को भंग करने के पक्ष में मतदान करेंगे। हम प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से निराश हैं।”
नेतन्याहू का सत्तारूढ़ गठबंधन इस समय दबाव में है। पिछले हफ्ते से अल्ट्रा-ऑर्थोडॉक्स पार्टियों यूनाइटेड टोरा यहूदी धर्म और शास ने येशिवा छात्रों को सैन्य सेवा से छूट देने वाला विधेयक पारित न करने पर गठबंधन छोड़ने और नेसेट को भंग करने की धमकी दे रही हैं।
इजराइल में अति-रूढ़िवादी या हरेदी पार्टियों में प्रमुख हैं यूनाइटेड तोराह यहूदी धर्म (यूटीजे) और शास। यूटीजे अश्केनाजी हरेदी समुदाय का प्रतिनिधित्व करती है। शास सेफर्डिक और मिजराही हरेदी यहूदियों का प्रतिनिधित्व करती है। यूटीजे में देगेल हाटोरा और अगुदत इजराइल जैसे दल शामिल हैं।