गुरुग्राम : मारुति सुजूकी इंडिया लिमिटेड की कारें अब उसके मानेसर प्लांट के भीतर से ही रेल पर लोडिंग की जा सकेंगी। वेस्टर्न फ्रट कॉरिडोर के शुरू होने से मारुति के अलावा अन्य माल ढुलाई को भी तेजी मिलेगी। इसका सबसे बड़ा लाभ आम जनता के साथ-साथ औद्योगिक क्षेत्र को मिलने वाला है। मारुति प्लांट मानेसर से वेस्टर्न फ्रट कॉरिडोर के मारुति-पातली ट्रैक का शुभारंभ हो गया है।
मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मारुति प्लांट मानेसर से वेस्टर्न फ्रट कॉरिडोर के मारुति-पातली ट्रैक का हरी झंडी दिखाकर उद्घाटन किया। यह गतिशक्ति मल्टी मॉडल कार्गो टर्मिनल भारत का बड़ा टर्मिनल है।
दरअसल, अब से पहले फर्रुखनगर यार्ड से ही कारें ट्रेन पर लोडिंग होती थी। मारुति का प्लांट लगने से लेकर फर्रुखनगर से पहले मारुति की कारें गुुरुग्राम रेलवे स्टेशन से ट्रेन में लोडिंग करके भेजी जाती थी। गति शक्ति कार्गो टर्मिनल मॉडल उद्योगों के लिए काफी अच्छा साबित होने वाला है। अभी तक 108 मल्टीमॉडल कार्गो टर्मिनल बनकर तैयार हो चुके हैं। प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों को रेल नेटवर्क से जोडऩा ही रेल कॉरिडोर परियोजना का मुख्य उद्देश्य है।
मानेसर से वेस्टर्न फ्रट कॉरिडोर से हरियाणा औद्योगिक इकाइयों के साथ-साथ भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति कंपनी के सभी प्लांट भी आपस में जुड़ जाएंगे। तेजी माल एक स्थान से दूसरे पर पहुंचेगा तथा लागत भी कम आएगी। सडक़ मार्ग से सामान भेजने से समय के साथ-साथ लागत भी अधिक लगती है। अब इस टर्मिनल के शुरू होने से गुरुग्राम व आस पास की कंपनियों को अपने माल को दूसरे स्थानों पर पहुंचाने में काफी राहत मिलेगी।
मारुति सुजुकी के कार्यकारी अधिकारी एसडी छाबड़ा के अनुसार इस कॉरिडोर में हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड की 55.4 प्रतिशत, एचएसआईआईडीसी की 19 प्रतिशत व जीएमडीए की पांच प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस बड़ी रेल परियोजना को देने के लिए उन्होंने रेलमंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि मारुति कारों का देश के काेने-काेने में पहुंच आसान हो जाएगी और हरियाणा के साथ-साथ देशभर की औद्योगिक गति को तेजी मिलेगी।