वाशिंगटन/तेहरान/तेल अवीव : ईरान-इजराइल सैन्य टकराव आज सातवें दिन में प्रवेश कर गया। फिलहाल कोई शांति दूत इन दोनों को शांत नहीं करवा पा रहा। ईरान प्रतिशोध की आग में अब भी झुलस रहा है। इजराइल मोर्चे से पीछे हटता नहीं दिख रहा। उसे उम्मीद है कि अमेरिका जरूर उसके सैन्य अभियान में खुलकर शामिल होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम में अपने सैन्य रणनीतिकारों के साथ इस युद्ध की समीक्षा की है। उन्होंने संकेत दिया है कि अमेरिका कभी भी इजराइल के साथ युद्ध में खड़ा हो सकता है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इंतजार कर रहे हैं कि वह घड़ी कब आएगी।
ईरान कर रहा अपनी आत्मरक्षाः अराघची
ईरान के प्रमुख अखबार तेहरान टाइम्स के अनुसार, विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने एक्स पोस्ट पर कहा कि ईरान अपनी आत्मरक्षा के लिए किसी भी स्तर पर जा सकता है। उन्होंने कहा कि तेहरान ने कभी भी परमाणु हथियार बनाने की कोशिश नहीं की है और भविष्य में भी ऐसा नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि “अब, पूरी दुनिया को यह जान लेना चाहिए कि ईरान केवल अपना बचाव कर रहा है। ” अराघची ने कहा कि ईरान ने अभी तक इजराइल में आम लोगों को निशाना नहीं बनाया है। तेल अवीव ने सबसे पहले हमलाकर तेहरान को ललकारा।
इजराइली रक्षा प्रणालियों पर बड़ा वार
ईरान की न्यूज एजेंसी मेहर के अनुसार, ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने कहा कि उसने इजराइली रक्षा प्रणालियों को नष्ट कर दिया है। साथ ही कहा कि अब बसने वालों को आश्रयों में धीरे-धीरे मरने या फिलिस्तीन के कब्जे वाले क्षेत्रों से भागने के बीच चयन करना होगा। इजराइल के खिलाफ ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III के 12वें चरण को शुरू करने के बाद बयान में कॉर्प्स ने कहा कि उसने पूरे कब्जे वाले फिलिस्तीन में इजराइली रक्षा प्रणालियों को नष्ट करने में सफलता प्राप्त की है। इसी के साथ कब्जे वाले क्षेत्रों का हवाई क्षेत्र ईरानी मिसाइलों और ड्रोनों को गले लगाने के लिए खुल गया है।
ऑस्ट्रेलिया ने इजराइल से लोगों को निकालना शुरू किया
अमेरिकी चैनल सीएनएन के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया ने इजराइल से लोगों को निकालना शुरू किया। उसने मध्य पूर्व में सहायता के लिए लगभग 3,000 लोगों को पंजीकृत किया है। साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने ईरान से किसी भी परमाणु हथियार कार्यक्रम को रोकने के लिए अपना आह्वान दोहराया है। विदेशमंत्री पेनी वोंग ने गुरुवार को कैनबरा में संवाददाताओं से कहा कि ऑस्ट्रेलिया इजराइल से जमीन के रास्ते एक छोटे समूह को निकालने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
इजराइल ने अराक और खोंडब खाली करने को कहा
सीएनएन की खबर के अनुसार, इजराइल ने पश्चिमी ईरान के अराक और खोंडब के कुछ हिस्सों के निवासियों के लिए निकासी की चेतावनी जारी की है। इजराइली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने गुरुवार सुबह पश्चिमी ईरान के अराक और खोंडब में रहने वाले निवासियों को निकासी की चेतावनी जारी की। आईडीएफ के फारसी चैनल के बयान में कहा कि इस क्षेत्र के लोग जल्द से जल्द इलाके को खालीकर चले जाएं। बयान में कहा गया है कि यहां ईरान का परमाणु सुविधा केंद्र है। उस पर कभी भी हमला हो सकता है।
इजराइली राजदूत की टिप्पणी
सीएनएन की खबर के अनुसार, अमेरिका में इजराइल के राजदूत येचिएल लीटर ने कहा कि इजरायल को न केवल ईरान की परमाणु हथियार बनाने की क्षमता को खत्म करना चाहिए, बल्कि बैलिस्टिक मिसाइल बनाने की उसकी क्षमता को भी खत्म करना चाहिए। कोम शहर के पास एक पहाड़ के नीचे दबे ईरान के फोर्डो परमाणु संवर्धन स्थल को नष्ट करने की इजराइल की क्षमता के बारे में पूछे जाने पर लीटर ने कहा, “इसके लिए कई हमलों की आवश्यकता हो सकती है।
तेहरान के आसमान पर किलेबंदी
ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने स्थानीय समयानुसार सुबह 4 बजे से ठीक पहले टेलीग्राम पर पोस्ट किया। इसमें कहा गया है कि तेहरान के ऊपर वायु रक्षा प्रणाली सक्रिय कर दी गई है। ईरान की राजधानी तेहरान के आसपास के स्थानों पर अब इजराइल के लिए हमला करना आसान नहीं होगा। ईरान के उप विदेश मंत्री माजिद तख्त रवांची ने कहा कि हम आत्मरक्षा के लिए काम कर रहे हैं।
ईरान पर इजराइली हमले
इजराइल ने कहा कि उसने ईरान की मिसाइल निर्माण क्षमताओं को निशाना बनाया और तेहरान में 20 से अधिक सैन्य स्थलों को निशाना बनाकर तीव्र हमले किए हैं। एक इजरायली सैन्य अधिकारी के अनुसार, ईरान के राष्ट्रीय पुलिस मुख्यालय पर सटीक निशाना लगाया गया है। ईरान ने कहा है कि उसने इजराइल की ओर सेजिल-2 ठोस ईंधन वाली मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं।
ईरान में इंटरनेट पर रोक
ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने एक बयान में कहा कि ईरान में इंटरनेट को प्रतिबंधित कर दिया गया है। पूरे देश में इंटरनेट एक्सेस पर राष्ट्रव्यापी अस्थायी प्रतिबंध लगाया गया है। यह कदम सूचना और संचार प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए उठाया है।
सबकी डोनाल्ड पर नजर
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के लिए हमले की योजनाओं की समीक्षा की है। ये योजनाएं उन विकल्पों में से थीं, जिन पर राष्ट्रपति के सैन्य सलाहकारों ने इस सप्ताह सिचुएशन रूम में उनके साथ चर्चा की। ट्रंप ने कहा कि मुझे मालूम है कि क्या करना है, लेकिन उन्होंने कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। वह युद्ध में एक सेकंड पहले अंतिम निर्णय लेना पसंद करते हैं। ।