नई दिल्ली : पैकेजिंग इंडस्ट्री के लिए काम करने वाली कंपनी एटेन पेपर्स एंड फोम लिमिटेड के शेयरों की फीकी लिस्टिंग ने आज इसके आईपीओ निवेशकों को काफी निराश किया। कंपनी के शेयरों की पहले तो डिस्काउंट लिस्टिंग हुई, उसके तुरंत बाद बिकवाली के दबाव के कारण इन पर लोअर सर्किट लग गया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 96 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे।
आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी एंट्री 6.25 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ 90 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद बिकवाली के दबाव ये शेयर कुछ देर में ही फिसल कर 85.50 रुपये के लोअर सर्किट लेवल तक पहुंच गया। इस तरह कंपनी के आईपीओ निवेशकों को आज पहले दिन ही 10.94 प्रतिशत का नुकसान हो गया। एटेन पेपर्स एंड फोम लिमिटेड का 31.68 करोड़ रुपये का आईपीओ 13 से 17 जून के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था।
इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से एवरेज रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 1.49 गुना ही सब्सक्राइब हो सका था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 2.91 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 0.66 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 2.17 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 33 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं।
आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने कैपिटल एक्सपेंडिचर और वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने के साथ ही आम कॉर्पोरेट उद्देश्यों में करेगी। कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत मामूली उतार चढ़ाव के साथ मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी को 76 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2022-23 में गिर कर 50 लाख रुपये के स्तर पर आ गया।
2024-25 में कंपनी की स्थिति में सुधार हुआ, जिससे इसका मुनाफा बढ़ कर 2.78 करोड़ रुपये के स्तर पर और 2024-25 में 7.01 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 24 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 138.70 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।