काबुल (शाश्वत तिवारी)। अफगानिस्तान के लोगों को भारत की तरफ से दी जा रही मानवीय सहायता के तहत राजधानी काबुल में पांच दिवसीय ‘जयपुर फुट’ शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान दिव्यांग लोगों को कृत्रिम अंग लगाए गए। विदेश मंत्रालय के अनुसार, शिविर में भाग लेने के प्रति लोगों के बीच जबरदस्त उत्साह देखा गया, जहां 75 कृत्रिम अंग सफलतापूर्वक लगाए गए।
स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा, शिक्षा और खेल के क्षेत्रों में अफगान लोगों का समर्थन करने के लिए भारत निरंतर प्रयासरत है। इसके लिए भारत अपने स्तर पर सहायता प्रदान करने के अलावा विभिन्न संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के साथ भी मिलकर काम कर रहा है, ताकि अफगानिस्तान में गरीबी कम होने के साथ ही शांति और स्थिरता को बढ़ावा मिल सके।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में जानकारी देते हुए कहा अफगानिस्तान के लोगों को भारत की ओर से दी जा रही मानवीय सहायता के तहत, भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति (बीएमवीएसएस), जयपुर द्वारा काबुल में पांच दिवसीय जयपुर फुट शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और लगभग 75 कृत्रिम अंग सफलतापूर्वक लगाए गए।
बता दें कि ‘जयपुर फुट’ एक प्रकार का कृत्रिम पैर है, जिसे खासतौर पर उन लोगों के लिए विकसित किया गया है, जिनके पैर किसी दुर्घटना, बीमारी या जन्मजात कारणों से नहीं हैं। स्थानीय सामग्री से निर्मित यह कृत्रिम पैर कम लागत और बहुउद्देशीय उपयोग के कारण दुनिया भर में विख्यात है। इसे बनाने वाली समिति बीएमवीएसएस को संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक और सामाजिक परिषद में विशेष परामर्शदाता का दर्जा प्राप्त है। समिति ने हाल के वर्षों में विदेश मंत्रालय के सहयोग से विभिन्न देशों में 100 से अधिक विशेष शिविर आयोजित किए हैं और 44 देशों के 50 हजार से अधिक दिव्यांगों का पुनर्वास किया है।
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