कानपुर : केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दूरसंचार सचिव डॉ नीरज मित्तल के साथ मिलकर भारत 6जी एलायंस (B6GA) की एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसका उद्देश्य 2030 तक 6G में वैश्विक अग्रणी बनने की दिशा में भारत की प्रगति का आकलन करना था। कार्यक्रम में कार्य समूह के अध्यक्षों ने व्यापक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिनमें कार्यान्वयन योग्य योजनाओं और प्रमुख तकनीकी प्रगति की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। इनमें B6GA के उपाध्यक्ष और आईआईटी कानपुर में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर प्रो. रोहित बुद्धिराजा भी शामिल थे, उन्होंने वैश्विक 6G मानकीकरण शीर्षक से एक प्रस्तुति दी। उन्होंने B6GA और आईटीयू जैसे अंतरराष्ट्रीय मानक-निर्धारक निकायों में भारत के बढ़ते योगदान को साझा किया और राष्ट्रीय प्रयासों को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने के महत्व पर बल दिया।
कोरिया में 3GPP कार्यशाला और प्राग में TSG RAN बैठक जैसे वैश्विक मानक-निर्धारण मंचों में भारत की सक्रिय भागीदारी का हवाला देते हुए प्रो. बुद्धिराजा ने बताया कि भारत सर्वव्यापी कवरेज, AI एकीकरण, सुरक्षा और ऊर्जा दक्षता सहित महत्वपूर्ण 6G डिज़ाइन लक्ष्यों पर चर्चा को कैसे आकार दे रहा है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि 6G को स्वाभाविक रूप से स्थलीय और गैर-स्थलीय दोनों नेटवर्कों का समर्थन करना चाहिए।
कार्यक्रम में प्रो. रोहित बुद्धिराजा ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता और 6G का एक सहजीवी संबंध है। जहां एक ओर AI खतरे का पता लगाने से लेकर ऊर्जा अनुकूलन तक, 6G नेटवर्क को अधिक सुरक्षित, कुशल और अनुकूल बनाएगा, वहीं दूसरी ओर, 6G, AI-as-a-Service, निर्बाध डेटा प्रबंधन और बुद्धिमान कनेक्टिविटी के माध्यम से AI अनुप्रयोगों को बढ़ाने के लिए एक आधारभूत मंच के रूप में कार्य करेगा। आईआईटी कानपुर में, हमारा कार्य सक्रिय रूप से इस अंतर्संबंध को आकार दे रहा है, 5G एडवांस्ड से प्राप्त अंतर्दृष्टि का उपयोग कर रहा है और 6G की क्षमताओं के लिए सीमाओं को आगे बढ़ा रहा है।
भारत 6 जी एलायंस के बारे में
भारत सरकार ने मार्च 2023 में भारत 6जी विज़न दस्तावेज़ का अनावरण किया, जिसने छठी पीढ़ी (6जी) के वायरलेस सिस्टम में भारत के नेतृत्व की रणनीतिक नींव रखी। इस विज़न को क्रियान्वित करने के लिए भारत 6जी एलायंस (B6GA) की स्थापना एक बहु-हितधारक मंच के रूप में की गई जो शिक्षा जगत, उद्योग, स्टार्टअप और सार्वजनिक संस्थानों को एकजुट करता है। भारत 6G एलायंस एक सहयोगात्मक पहल है। जिसे भारत में एक व्यापक और भविष्य के लिए तैयार 6G पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। अनुसंधान एवं विकास, नवाचार और मानकीकरण पर इसका ध्यान भारत को 6G में वैश्विक अग्रणी बनाने के राष्ट्रीय मिशन का केंद्रबिंदु है।2030 तक 6जी में वैश्विक अग्रणी बनने की दिशा में भारत की प्रगति का किया गया आकलन