पूर्णिया : बिहार में अपनी ‘बदलाव यात्रा’ के तहत पूर्णिया पहुंचे प्रशांत किशोर ने पत्रकार वार्ता कर तीन अहम मुद्दों पर भाजपा, चुनाव आयोग और महाराष्ट्र की राजनीति पर तीखे हमले किए।
पीके ने वोटर लिस्ट पुनरीक्षण को लेकर चुनाव आयोग की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव इसी वोटर लिस्ट से हुआ, जिसमें मोदी जी प्रधानमंत्री बने। अब उसी लिस्ट से विधानसभा चुनाव में दिक्कत क्यों? उन्होंने इसे भाजपा की सोची-समझी साजिश बताया और आरोप लगाया कि पिछड़े वर्गों के नाम जानबूझकर हटाए जा रहे हैं।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि चुनाव आयोग किसी की नागरिकता तय नहीं कर सकता, यह अधिकार केवल सुप्रीम कोर्ट को है। यदि किसी का नाम वोटर लिस्ट से हटता है तो जन सुराज उनके साथ खड़ा रहेगा।
इसके साथ ही पीके ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर फिर सीधा हमला बोला और चार गंभीर आरोप दोहराए। किशनगंज स्थित एमजीएम मेडिकल कॉलेज में नेताओं के बच्चों को मैनेजमेंट कोटे से एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने और आयुष्मान योजना के नाम पर करोड़ों की हेराफेरी जैसे मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा और जायसवाल अब तक जवाब नहीं दे पाए हैं।
महाराष्ट्र में जारी हिंदी बनाम मराठी विवाद पर ठाकरे बंधुओं को लंपट कहने के साथ-साथ प्रशांत किशोर ने भाजपा और कांग्रेस को भी कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि इन दोनों पार्टियों ने सत्ता के लिए ऐसे लोगों से गठबंधन किया है जो समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
पत्रकार वार्ता में जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने भी कहा कि बिहार में बदलाव की चाह रखने वाले हर सजग नागरिक का पार्टी में स्वागत है।
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