डायबिटीज मरीजों के लिए खाने-पीने में बड़ा परहेज करना पड़ता है. अगर थोड़ा सा भी खाने में इधर-उधर हो जाए तो इससे तुरंत शुगर उपर-नीचे हो जाता है. वहीं अब डायबिटीज एक ऐसी बीमारी हो गई है जो कि उम्र देखकर नहीं आती है. अब ये बीमारी किसी को भी हो जाती है. जिसके लिए लोगों को दवाओं और इंसुलिन का सहारा लेना पड़ता है. अब एक शोध में कहा गया है कि मनपसंद म्यूजिक सुनकर मरीज में ब्लड शुगर कंट्रोल हो सकता है. म्यूजिक ना सिर्फ मन को शांत करता है बल्कि यह शुगर को भी कंट्रोल करता है.
रिपोर्ट में हुआ खुलासा
रिपोर्ट के मुताबिक, संगीत हम सभी को पसंद आते हैं. यह हमारे मन को शांत करता है और हमें मस्ती के मूड में लेकर आता है. यह आम तौर पर हमारे मूड और मन की स्थिति पर अच्छा असर डालता है.मेंटल हेल्थ पर तो इसके अच्छे प्रभाव पड़ते ही है, यह डायबिटीज मरीजों को भी बहुत फायदा पहुंचाता है. संगीत थेरेपी आपके ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद कर सकती है. यानी जो लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं, उनके लिए मनपसंद म्यूजिक बहुत फायदेमंद है.
न्यूरोट्रांसमीटर रिलीज
जब हम अपनी पसंद का म्यूजिक सुनते हैं, तो दिमाग में डोपामिन नामक न्यूरोट्रांसमीटर रिलीज होता है. ये केमिकल हमें अच्छा महसूस कराता है. साथ ही, स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल की मात्रा घटती है. इससे ना सिर्फ मूड बेहतर होता है, बल्कि ब्लड शुगर कंट्रोल भी आसान हो सकता है.
हार्ट रेट में सुधार
म्यूजिक सुनने से शरीर में एंडॉरफिन भी रिलीज होते हैं. ये हमारे प्राकृतिक पेनकिलर होते हैं और मूड को बेहतर बनाते हैं. यही वजह है कि म्यूजिक थेरेपी का इस्तेमाल आजकल कैंसर, पेन मैनेजमेंट और मानसिक रोगों में भी हो रहा है. कुछ रिसर्च में पाया गया है कि म्यूजिक सुनने से ब्लड प्रेशर कम होता है, हार्ट रेट सुधरता है और इमोशनल हेल्थ बेहतर होती है. जब हमारा मानसिक तनाव कम होता है, तो डायबिटीज कंट्रोल करना भी आसान हो जाता है.
वैज्ञानिकों ने किया प्रयोग
वैज्ञानिकों ने एक अनोखा प्रयोग किया जिसमें उन्होंने इंसुलिन छोड़ने वाली आर्टिफिशियल सेल बनाई. इसे कुछ खास फ्रीक्वेंसी (जैसे 50 Hz) के म्यूजिक पर रिएक्ट करने के लिए प्रोग्राम किया गया.