लंदन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के बीच सोमवार को हुई संयुक्त चर्चा के दौरान पवन ऊर्जा (विंड टर्बाइन्स) को लेकर खुली असहमति देखने को मिली। ट्रंप ने विंड टर्बाइन्स को “सबसे महंगी और बदसूरत ऊर्जा” करार दिया, जबकि स्टार्मर ने इसका विज्ञान और आर्थिक दृष्टिकोण से बचाव किया।
डोनाल्ड ट्रंप ने पवन ऊर्जा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह सबसे महंगी है और यह खेतों, मैदानों और जलमार्गों की सुंदरता नष्ट कर देती है। ये टर्बाइन्स चीन में बनते हैं और केवल आठ साल में जंग लगने लग जाते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि “तेल और गैस जमीन के एक छोटे से छेद से हजार गुना ज्यादा ऊर्जा दे सकते हैं। पवन ऊर्जा अस्थिर है, इसे भारी सब्सिडी की ज़रूरत होती है। हमने अमेरिका में इसे प्रतिबंधित किया है क्योंकि यह पक्षियों को भी मार देती है।”
ट्रंप के बयान पर प्रतिक्रिया स्वरूप ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि पवन ऊर्जा न केवल सस्ती होती जा रही है, बल्कि यह ब्रिटेन की ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरणीय लक्ष्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि “हम निवेश कर रहे हैं पवन ऊर्जा में क्योंकि यह हमारी भावी पीढ़ियों के लिए जरूरी है। यह साफ-सुथरी, टिकाऊ और घरेलू स्रोतों से बनने वाली ऊर्जा है, जो हमें रूस या खाड़ी देशों पर निर्भर नहीं रहने देती।”
स्टार्मर ने यह भी जोड़ा कि ब्रिटेन में हजारों नौकरियां पवन ऊर्जा परियोजनाओं से जुड़ी हैं और यह देश की अर्थव्यवस्था और जलवायु लक्ष्य, दोनों को पूरा करने में सहायक है।
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