नई दिल्ली : साइप्रस की हाउस ऑफ रिप्रजेन्टेेटिव की अध्यक्ष अन्निता डेमेत्रियू के नेतृत्व में साइप्रस गणराज्य के संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की।
राधाकृष्णन ने डेमेत्रियू और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल का हार्दिक स्वागत किया तथा साइप्रस की संसद का नेतृत्व करने वाली पहली महिला के रूप में उनकी ऐतिहासिक भूमिका की सराहना की।
राज्यसभा सचिवालय के मुताबिक सभापति राधाकृष्णन ने विशेष रूप से जून 2025 में प्रधानमंत्री की साइप्रस यात्रा के बाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में आई मजबूती और सुदृढ़ता को रेखांकित किया। उन्होंने राजनीतिक, आर्थिक, रक्षा, सांस्कृतिक तथा जनस्तर पर समन्वय में हुए विस्तार को भी उजागर किया और इंडिया–साइप्रस जॉइंट एक्शन प्लान (2025–2029) को भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शक दस्तावेज बताया।
राधाकृष्णन ने भारत के मूल हितों के मुद्दों, विशेषकर आतंकवाद विरोध पर साइप्रस के निरंतर समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया और सीमित द्विपक्षीय व्यापार के बावजूद सुदृढ़ निवेश संबंधों की सराहना की। सभापति ने सांस्कृतिक समन्वय को बढ़ाने तथा सीधी हवाई संपर्क की संभावनाओं की तलाश करने की आवश्यकता पर बल दिया।
दोनों पक्षों ने बहुपक्षीय मंचों पर मजबूत समन्वय की समीक्षा भी की।
राधाकृष्णन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की उम्मीदवारी के समर्थन के लिए साइप्रस को धन्यवाद दिया।
राधाकृष्णन ने वर्ष 2026 में यूरोपीय संघ परिषद की अध्यक्षता के लिए साइप्रस को शुभकामनाएं दीं और विश्वास व्यक्त किया कि इससे यूरोपीय संघ–भारत के संबंध और सुदृढ़ होंगे। इस अवसर पर राज्यसभा के सदस्य विवेक के. तन्खा और लहर सिंह सिरोया भी उपस्थित थे।
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