देहरादून : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 71वें राष्ट्रीय अधिवेशन की सभी तैयारियाें काे अंतिम रूप दिया जा चुका है। आयाेजन
के लिए देहरादून के परेड ग्राउंड पर बिरसा मुंडा के नाम से एक अस्थायी नगर बसाया गया है। इस नगर में भारतीय कला, संस्कृति और समृद्ध परंपराओं काे प्रतिबिंबित किया गया है। बिरसा मुंडा नगर में मुख्य सभागार का नामकरण जनरल विपिन रावत के नाम पर किया गया है। सभागार के मुख्य प्रवेश द्वार को भगवान बदरीनाथ मंदिर की आकृति दी गई है। इससे मुख्य सभागार में प्रवेश से पहले आध्यात्म की परम चेतना जागृत होती है। वहीं कुछ दूर पर केदार मंदिर की आकृति उभारी गई है। यहां रानी अब्बक्का की एक प्रदर्शनी लगाई गई।
परेड ग्राउंड पर बसाया गया भगवान बिरसा मुंडा नगर अपने आप में अद्भूत है। नगर के प्रवेश के रास्ते को उत्तराखंड के सभी जिलों के चित्रों से सजाया गया है और भीतर प्रवेश करने पर भारतीय कला और संस्कृति के आत्म चेतना उत्पन्न करने वाले दर्शन हो रहे हैं। सामने देखते ही सीधे जनरल विपिन रावत सभागार पर नजर जाती है। इस मुख्य सभागार के प्रवेश पर भगवान बदरीनाथ मंदिर की आकृति देखते ही मन में श्रद्धा आस्था के भाव उत्पन्न हाेंगे। बदरीनाथ धाम के कपाट भले ही शीतकाल के लिए बंद हों लेकिन परेड ग्राउंड मंदिर के द्वार कल 28 नवंबर को सबके लिए खुल जाएंगे और इस सभागार में राष्ट्रीय स्तर के कई महत्पूर्ण निर्णय लिए जाएंगे।
जनरल विपिन रावत सभागार के नजदीक ही रानी अब्बक्का प्रदर्शनी लगाई है। इस प्रदर्शनी के प्रवेश द्वार को केदारनाथ मंदिर के प्रवेश द्वार की तर्ज पर सजाया गया है। भीतर प्रदेश करते ही भारत के सभी प्रांतों की चि़त्र प्रदर्शनी लगाई है। कला प्रदर्शनी के संयोजक मनोज सिंह बताते हैं कि करीब 150 विद्यार्थियों ने परिसर को सजाने का कार्य किया है। उन्होंने सुंदर चित्र बनाने के साथ ही भारत के हर प्रांत की जानकारी को भी रखा है। सही मायने में अभाविप का यह 71वां राष्ट्रीय अधिवेशन स्थल ज्ञान के साथ ही भारतीय कला, संस्कृति, परंपरा और साहस को दर्शा र
हा है।
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