नई दिल्ली : देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का संकट छह दिन बाद भी खत्म नहीं पाया है। दिल्ली एयरपोर्ट पर इंडिगो फ्लाइट कैंसल की लंबी लिस्ट है। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों की लंबी कतार लगी हैं। एयरलाइन ने कहा है कि वह अपना नेटवर्क रीबूट करेगा। आज 1,500 से ज्यादा उड़ानें संचालित करने का लक्ष्य है।
इंडिगो के बयान में इस लक्ष्य की जानकारी दी गई। एयरलाइन का दावा है कि उसने अपनी 95 फीसदी से ज्यादा कनेक्टिविटी पहले ही ठीक कर ली है, जो 138 में से 135 डेस्टिनेशन पर चल रही है। एयरलाइन विमानन नियामक डीजीसीए की सख्ती के बीच सेक्टर-वाइड संकट पर ऑपरेशन को स्थिर करने के लिए काम कर रही है। साथ ही रेलवे ने अगले तीन दिनों में बड़े शहरों में यात्रियों की भीड़ को कम करने के लिए 89 स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं।
इससे पहले शनिवार देररात डीजीसीए ने इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पीटर एल्बर्स और जवाबदेह प्रबंधक इसिद्रो पोरकेरस को एक कारण बताओ नोटिस जारी कर उड़ानों में भारी व्यवधान के लिए 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा। सरकार ने कंपनी को अगले 48 घंटों के अंदर पैसेंजर के बैगेज को ट्रेस करके डिलीवर करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही एयरलाइन को पैसे रिफंड करने और कैंसिल या रुकी हुई फ्लाइट्स के लिए पूरा रिफंड प्रोसेस सात दिसंबर को रात्रि आठ बजे तक पूरा करने का आदेश दिया है।
इस बीच अन्य एयरलाइंस के बढ़ते हवाई किराया पर सरकार ने रोक लगाई। केंद्र ने सभी एयरलाइंस के लिए हवाई करिया फिक्स कर दिया है। अब कोई भी एयरलाइन 500 किमी की दूरी तक 7500 रुपये, 500-1000 किमी तक 12 हजार रुपये से ज्यादा किराया नहीं ले पाएगी। वहीं, अधिकतम किराया 18 हजार रुपये अगले आदेश तक तय किया गया है। हालांकि, ये किराया सीमा बिजनेस क्लास के लिए लागू नहीं होगी।
उल्लेखनीय है कि घरेलू एयरलाइन इंडिगो ने अपने मौजूदा संकट के पांचवें दिन शनिवार को 800 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं। लगातार पांच दिनों से इंडिगो की उड़ानों में व्यवधान आ रहा है। इससे े हजारों यात्रियों को परेशानी हो रही है। इंडिगो देश के लगभग दो-तिहाई घरेलू ट्रैफिक को कंट्रोल करती है और आमतौर पर रोजाना लगभग 2,300 फ्लाइट्स ऑपरेट करती है।
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