पटना और भोजपुर के चर्चित देह व्यापार व दुष्कर्म कांड में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) विधायक अरुण यादव की मुश्किलें लगातार बढ़तीं जा रहीं हैं। पीडि़त नाबालिग लड़की द्वारा कोर्ट में दिए बयान में विधायक आवास पर दुष्कर्म का आरोप लगाने के बाद पुलिस ने उनके गिरफ्तारी वारंट के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। इस बीच देर रात भोजपुर पुलिस विधायक के पटना स्थित आवास पर पहुंची, लेकिन वे नहीं मिले। गिरफ्तारी के डर से विधायक भूमिगत हो गए बताए जा रहे हैं।
मालूम हो कि 18 जुलाई को पटना में संचालित देह व्यापार गिरोह के चंगुल से भागकर भोजपुर पुलिस के पास पहुंची लड़की ने इंजीनियर और विधायक के आवास पर भेजे जाने की बात कही थी। इस मामले में पकड़ी गई संचालिका अनीता देवी ने स्वीकार भी इसे किया था। पीडि़ता का आरा कोर्ट में पहली बार बयान 20 जुलाई को दर्ज हुआ था। बीते छह सितंबर को पीडि़त लड़की द्वारा आरा कोर्ट में दोबारा बयान दर्ज कराया गया था। इसमें पीडि़ता ने कहा कि पटना स्थित विधायक के आवास पर उसके साथ गंदा काम किया गया।
इस मामले में बीती रात आरा महिला थाना इंस्पेक्टर और सचिवालय थाने की पुलिस विधायक के पटना में हार्डिंग रोड स्थित फ्लैट पर पहुंची। भोजपुर पुलिस के साथ एफएसएल की टीम भी थी। सचिवालय डीएसपी राजेश कुमार प्रभाकर ने इसकी पुष्टि की। पुलिस सूत्रों की मानें तो फ्लैट पर मौजूद लोगों ने पुलिस और एफएसएल से सर्च वारंट मांगा। इस पर पुलिस बाहर ही आधे घंटे तक मौजूद रही। उसके बाद लौट गई।
देर शाम विधायक को मिले चार अंगरक्षकों को भोजपुर एसपी सुशील कुमार के आदेश पर लाइन वापस कर दिया गया।
उधर, केस के आइओ चन्द्रशेखर गुप्ता बुधवार को आरा सिविल कोर्ट पहुंचे। उन्होंने पीडि़ता के दोबारा दर्ज कराए गए बयान का हवाला देते हुए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (प्रथम) सह पॉक्सो कोर्ट के विशेष न्यायाधीश आरके सिंह की अदालत में गिरफ्तारी का वारंट निर्गत करने के लिए अर्जी दी। पुलिस के अनुसार कोर्ट से वारंट निर्गत होने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल विधायक भूमिगत हो गए हैं।
इस प्रकरण में कानूनी शिकंजा कसने के बाद विधायक अरुण यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पुलिस ने विधायक की तलाश शुरू कर दी है। अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। इस कांड की जांच में एसआइटी ने एक मोबाइल फोन भी जब्त किया है।
मामले की मॉनीटरिंग पटना पुलिस मुख्यालय में वरीय अधिकारी भी कर रहे हैं। इस प्रकरण में अब तक संचालिका अनीता, उसके दलाल संजीत और अभियंता अमरेश के अलावा सेक्स रैकेट के संचालक संजय यादव उर्फ जीजा को पुलिस जेल भेज चुकी है।