इस बार मॉनसून ने लोगों को अपना अलग चेहरा दिखाया. इस बार मॉनसून सामान्य से करीब 15 दिन ज्यादा समय तक रुका. यानी देर तक बारिश. आमतौर पर यह सुनने को मिलता है कि मॉनसून देरी से आएगा. लेकिन ऐसा कई सालों के बाद हो रहा है जब मॉनसून देर तक रुक रहा है. साथ ही यह आशंका है कि 17 अक्टूबर को वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से फिर बारिश हो.
मौसम की जानकारी देने वाली संस्था स्काईमेट के अनुसार 17 से 20 अक्टूबर के बीच फिर बारिश हो सकती है. क्योंकि दक्षिण-पश्चिम से आने वाली नम हवाएं और उत्तर-पश्चिम से आने वाली शुष्क हवाएं मिल सकती हैं. इससे बारिश करने वाले बादलों के बनने की पूरी संभावना है.
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार आमतौर पर मॉनसून 45 दिनों में वापस जाता है. यानी भारत के उत्तरी छोर से दक्षिणी हिस्से को छोड़ने में वह 1 सितंबर से लेकर 15 अक्टूबर तक का समय लेता है. लेकिन इस बार देर तक रुकने वाला मॉनसून ने देश के उत्तरी हिस्से को 9 अक्टूबर को छोड़ा और पूरे देश को यह 17 अक्टूबर तक छोड़ देगा. यानी मॉनसून आमतौर पर देश को छोड़ने में 45 दिन लेता था लेकिन इस बार इसने सिर्फ 9 दिन लिया.