राजधानी की बंथरा पुलिस ने निर्माणाधीन मकान में बन रही मिलावटी शराब के कारोबार का पर्दाफाश करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया। उनके पास से 21 सौ पेटी अरुणाचल प्रदेश की अवैध देसी शराब बरामद की गई। यह लोग इस शराब में यूरिया, थिनर व पानी मिलाकर खाली बोतल में भरकर लखनऊ में बिकने वाले ब्रांड का स्टीकर लगाकर लखनऊ में ही खपा रहे थे। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि पकड़ी गई शराब की कीमत करीब 75.60 लाख है। उन्होंने गुडवर्क करने वाली टीम को 20 हजार इनाम देने की घोषणा की।
सीओ कृष्णानगर अमित राय के मुताबिक, सोमवार देर शाम मुखबिर की सूचना पर जहानाबाद रोड पर स्थित अली हुसैन के निर्माणाधीन मकान में छापेमारी की गई। जहां से अरुणाचल प्रदेश की 21 सौ पेटी देसी शराब (एक लाख आठ सौ क्वार्टर), चार किलो यूरिया खाद, दो बंडल ढक्कन, 15 हजार विंडीज मार्का देसी शराब के रैपर, थिनर और एक बाइक बरामद हुई। पुलिस ने मौके से उन्नाव के सोहरामऊ मकदूमपुर के राजमिस्त्री रमेश चंद्र और सिकंदरपुर बंथरा निवासी मकान मालकिन अफसर जहां और मजदूर शान मोहम्मद को गिरफ्तार किया। जबकि आजाद नगर के अनिल वर्मा, उसका भाई सुनील वर्मा, बंथरा निवासी अली मोहम्मद, अली हुसैन और लाला मियां भागने में कामयाब रहे।
जमानत पर आकर फिर शुरू कर दिया था कारोबार
सरोजनीनगर पुलिस ने अनिल वर्मा को कुछ माह पहले शराब के अवैध धंधे में लिप्त होने की वजह से गिरफ्तार कर जेल भेजा था। कुछ समय पहले ही वह जमानत पर बाहर आया और फिर शराब की तस्करी शुरू कर दी। इसमें पूर्व साथी सिकंदरपुर निवासी स्वर्गीय मो. अशरफी के बेटे अली हुसैन को भी शामिल कर लिया था। पुलिस के मुताबिक अनिल वर्मा पर सरोजनी नगर थाने से गैंगस्टर एक्ट की भी कार्रवाई की जा चुकी है।
परिवारजन ने एसएसपी के सामने किया हंगामा
बंथरा थाने में एसएसपी के पहुंचते ही गिरफ्तार आरोपितों के परिवारजन ने हंगामा शुरू कर दिया। सभी उनको निर्दोष बताते हुए पुलिस पर फर्जी फंसाने का आरोप लगाने लगे। महिलाओं की चीखपुकार थाने में मौजूद पुलिस कर्मी सकते में आ गए। बाद में किसी तरह उन्हें शांत कर रवाना किया।