बिधनू थानाक्षेत्र के कठुई गांव में गुरुवार रात छात्रा ने उस समय फांसी लगा ली जब स्वजन किसी शादी समारोह में बिधनू गए हुए थे। वह घर पर अकेली थी। देर रात जब स्वजन घर लौटे तो बेटी का शव फंदे से लटक रहा था। यह देखते ही माता-पिता की चीख निकल गई और आनन फानन बेटी को फंदे से नीचे उतारा पर उसकी सांसें थम चुकी थीं। सूचना पर सुबह पहुंची पुलिस ने पूछताछ की पर परिजन बेटी के जान देने की वजह नहीं बता सके।
बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा थी
कठुई गांव निवासी किसान रामबिहारी कुशवाहा की 20 वर्षीय बेटी अंकिता रमईपुर स्थित एक कालेज में बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा थी। गुरुवार रात रामबिहारी पत्नी रानी, दोनों बेटे सचिन और अंकित के साथ बिधनू कस्बा स्थित एक गेस्टहाउस में शादी समारोह में शामिल होने गए थे। घर पर अंकिता अकेली थी। देर रात स्वजन जब शादी से घर लौटे तो मुख्य दरवाजे की कुंडी खटकाकर अंकिता को आवाज लगाई। काफी देर तक दरवाजा न खुलने पर स्वजनों ने धक्का देकर दरवाजे की कुंडी तोड़ी और अंदर गए।
कमरे में जाकर देखा तो अंकिता का शव पंखे के कुंडे के सहारे दुपट्टे के फंदे से लटक रहा था। स्वजनों ने शव नीचे उतारकर पुलिस को जानकारी दी। शुक्रवार सुबह पहुंची पुलिस ने स्वजनों व आसपास के लोगों को पूछताछ की पर कोई भी छात्रा के फांसी लगाने की वजह नहीं बता सका। थाना प्रभारी सुखराम सिंह रावत ने बताया कि आत्महत्या का कारण स्वजन स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।