रूसी कब्जे के खिलाफ लड़ने वाले एक स्थानीय नेता अहमद शाह मसूद की बरसी के मौके पर रविवार को काबुल में बंदूकधारियों के एक काफिले के पास एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया जिससे कम से कम सात लोगों की मौत हो गयी. ताजिक कमांडर अहमद शाह मसूद ने 1980 के दशक में सोवियत संघ के कब्जे और 1996-2001 के बीच तालिबान शासन के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया था.
तत्काल किसी ने भी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. कुछ दिन पहले एक कुश्ती क्लब में हुए दोहरे बम धमाके में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गयी थी. गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हमले में कम से कम सात लोगों की मौत हो गयी और 24 अन्य घायल हो गए. मरने वाले सभी आम नागरिक हैं.
आत्मघाती हमलावर मोटरसाइकिल पर सवार था. विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि उससे आसपास की इमारतें हिल गयीं और उनकी खिड़कियों के शीशे टूट गए.
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