इतिहास के पन्नों मेंः 03 अगस्त

इतिहास के पन्नों में: 31 जुलाई

सेवा को सम्मानः समाजसेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए 03 अगस्त 1985 को बाबा आमटे के नाम से विख्यात समाजसेवी को रेमन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उनका मूल नाम डॉ.मुरलीधर देवीदास आमटे था।

बाबा आमटे ने समाज के परित्यक्त लोगों और कुष्ठ रोगियों के लिए आश्रमों की स्थापना कीए जिनमें महाराष्ट्र के चंद्रपुर स्थित आनंदवन सबसे प्रमुख है। बाबा आमटे ने पत्नी साधना ताई, दो पुत्रों और सहयोगियों के साथ मिलकर कठिन परिश्रम के बाद इस आश्रम की नींव रखी। शुरू में सात कुष्ठ रोगियों की सेवा से शुरू हुआ आश्रम का काम आगे चलकर ऐसे वर्ग के लिए नई उम्मीदों का ठिकाना बन गया। लगभग आधी सदी तक यही उनकी कर्मभूमि बना रहा और यहां सेवा से जुड़े कई क्षेत्रों में बाबा आमटे ने प्रयोग किए। खासकर पर्यावरण से जुड़े आंदोलनों के लिए भी वे मशहूर हुए।

वन्य जीव संरक्षण और नर्मदा बचाओ आंदोलन में उनकी सक्रियता के लिए उन्हें जाना जाता है। बाबा आमटे ने 1985 में ही कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत जोड़ो अभियान भी चलाया था, जिसका मकसद लोगों के बीच आपसी सद्भाव पैदा करना और पर्यावरण के प्रति लोगों को सचेत करना था। पद्मभूषण और महाराष्ट्र सरकार के सर्वोच्च सम्मान महाराष्ट्र भूषण सहित कई दूसरे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित बाबा आमटे ने फरवरी 2008 में 94 साल की उम्र में चंद्रपुर जिले के वड़ोरा स्थित आवास पर आखिरी सांसें लीं।

अन्य अहम घटनाएंः

1492ः इटली का नाविक क्रिस्टोफर कोलंबस तीन पोत के साथ स्पेन से भारत की खोज पर रवाना हुआ।

1678ः रॉबर्ट लासैले ने अमेरिका में पहले जहाज का निर्माण किया।

1886ः हिंदी के विद्वान और प्रख्यात कवि मैथिलीशरण गुप्त का जन्म।

1914ः पहला समुद्री जहाज पनामा नहर से गुजरा।

1960ः पश्चिमी अफ्रीकी देश नाइजर ने फ्रांस से स्वतंत्रता हासिल की।

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