
27 जुलाई को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सभी सीआरपीएफ कर्मियों और उनके परिवारों को स्थापना दिवस की बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया है कि “सभी सीआरपीएफ कर्मियों और उनके परिवारों को स्थापना दिवस की बधाई। इस बल ने अपने अदम्य साहस और विशिष्ट सेवा के लिए स्वयं को प्रतिष्ठित सम्मानित किया है। सुरक्षा चुनौतियां हों, या मानवीय चुनौतियां; इनसे निपटने में सीआरपीएफ की भूमिका सराहनीय है।”
केंद्रीय आरक्षित पुलिस बल का गठन 1939 में क्राउन रिप्रेजेंटेटिव्स पुलिस के नाम से हुआ था। 1949 में CRPF एक्ट पारित होने के बाद इसका नाम केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल पड़ा। इसमें कुल 246 बटालियन्स काम करती हैं। यह यूएन पीसकीपिंग अभियानों में भी भाग लेता है। यह साम्प्रदायिक दंगों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
कुछ ही माह पूर्व गृह मंत्री अमित शाह समेत Z+ कैटेगरी वाले VVIPs की सुरक्षा सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) की महिला कमांडोज को संभालने की जिम्मेदारी दी गई थी और इस मामले में सीआरपीएफ ने अपनी कार्यप्रणाली , प्रकृति में बदलाव भी किया है। CRPF ने इसके लिए महिलाओं की स्पेशल फोर्स भी तैयार की है। यह बिना हथियार ही किसी भी खतरे को न्यूट्रलाइज कर सकती हैं। केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) ने 32 महिला कमांडो वाले अपने सबसे पहले दल को VVIPs सिक्योरिटी के लिए तैयार किया है। अब इन कमांडोज को दिल्ली में रहने वाले उन VVIPs की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा जाएगा, जिन्हें Z+ सुरक्षा दी गई है।
Shaurya Times | शौर्य टाइम्स Latest Hindi News Portal