पुलिस को दौड़ाने वाले आज खुद बचके भाग रहे : सीएम 

  • प्रदेश में कानून का राज होने से निवेशकों की पहली पसंद बना यूपी
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 56 जिलों के लिए मॉडर्न प्रिजन वैन को किया रवाना

 लखनऊ: उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था आज देश और दुनिया में नजीर बनती दिखाई दे रही है। यूपी की कानून व्यवस्था की लोग चर्चा करते नजर आते हैं। वर्ष 2017 के पहले जिस राज्य में दंगे, अराजकता, गुंडागर्दी चरम पर थी, जहां पुलिस भागती थी और अपराधी उन्हे दौड़ाते थे, आज कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वाले अपराधियों में पुलिस का खौफ है। प्रदेश में अपराधियों में कानून का भय है। साथ ही कानून का राज स्थापित होने से यूपी निवेश में लोगों का पसंदीदा राज्य बन गया है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पुलिस आधुनिकीकरण योजना के तहत 56 जिलों के लिए मॉडर्न प्रिजन वैन को हरी झंडी दिखाने के दौरान कहीं।

लखनऊ में प्रदेश की पहली पुलिस एंड फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट की हो रही स्थापना

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखनऊ में प्रदेश की पहली पुलिस एंड फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट की स्थापना की जा रही है। यह न केवल आधुनिक तकनीक से जोड़ेगी बल्कि अपराध नियंत्रण में भी इसकी प्रभावी भूमिका होगी। यहां का ट्रेनिंग सेंटर प्रदेश और देश में दक्ष युवाओं को देने में सक्षम होगा। सीएम योगी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों के अंदर देश की आबादी के सबसे बड़े राज्य यूपी में बेहतर कानून व्यवस्था के लिए पुलिस आधुनिकीकरण के जो प्रयास शुरू किए गए थे, उसी के तहत गृह विभाग को मॉडर्न प्रिजन वैन सौंपी जा रही हैं। इसके लिए गृह और कारागार विभाग को बधाई देता हूं। प्रदेश की 25 करोड़ की जनता को सुरक्षा का एहसास कराने के लिए सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। सीएम ने कहा कि चाहे पुलिस भर्ती की प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से सम्पन्न करना हो या प्रदेश के अंदर भर्ती पुलिस कार्मिकों की ट्रेनिंग के साथ उन्हें दक्ष बनाने की कार्यवाही को बढ़ाने का कार्य रहा हो। प्रदेश के हर रेंज में साइबर थाने की स्थापना के साथ हर जोन स्तर पर एफएसएल लैब की स्थापना को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाया गया है। 

पुलिस कर्मियों को सुरक्षित रखने के साथ हर गतिविधि पर नजर रखेगी वैन

मुख्यमंत्री ने कहा कि 1.56 लाख से अधिक पुलिस कर्मियों की समयबद्ध तरीक़े से भर्ती प्रक्रिया पूरी कर प्रदेश में पुलिस बल में जो रिक्तियां थीं, उन्हें तो दूर किया ही गया, साथ ही तकनीक से जोड़कर आगे भी बढ़ाया गया। पुलिस बल जिन वाहनों से कैदियों को जेल से अदालत और अदालत से जेल तक पहुंचाता था,  वह पुराने हो चुके थे। उनमें आधुनिक तकनीक का उपयोग नहीं किया गया था। ऐसे में कई बार कैदी भाग जाते थे या फिर आपराधिक गिरोह उन पर हमला करके क़ैदियों को छुड़वाने का प्रयास करते थे। मॉडर्न प्रिजन वैन ऐसी आधुनिक तकनीक से लैस है, जो पुलिस कर्मियों को सुरक्षित तो रखेगी ही, साथ ही एक एक गतिविधि पर नज़र रखने में भी मदद मिलेगी।

सीएम योगी ने पुलिस आधुनिकीकरण के लिए यह उठाए बड़े कदम

  • यूपी पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए 6 हजार करोड़ का बजट जारी किया
  • तीन हजार करोड़ से डायल-112 काे किया जा रहा आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस
  • 18 साइबर थाने प्रदेश में बनाए गए 
  • महिलाओं की सुरक्षा के लिए एंटीरोमियो स्क्वायड का गठन
  • 79 महिला पुलिस चौकी परामर्श केंद्र को थाने का दर्जा दिया गया
  • 3 महिला पीएसी बटालियन का गठन किया गया
  • ड्रग और शराब माफियाओं पर नकेल कसने के लिए एएनटीएफ का गठन

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