देश में रोजाना सड़क हादसे होते हैं और इन हादसों में सबसे ज्यादा पैदल चलने वाले आम आदमी की मौत होती है। तेज रफ्तार गाड़ी पैदल चलने वाले यात्रियों को कुचले हुए निकल जाती है। भारत सरकार ने इस संबंध में कुछ आंकड़े जारी किए हैं। इन आंकड़ों के अनुसार देश में हर रोज करीब 56 पैदल यात्रियों की जान सड़क हादसों में चली जाती है।सड़कों पर पैदल चलना है खतरनाक, तेज रफ्तार गाड़ी पैदल चलने वाले यात्रियों को कुचले हुए निकल जाती हैभारत में पैदल यात्री सड़क पर चलते समय सबसे ज्यादा असुरक्षित होते हैं। साइकिल और बाइक सवार भी इन्हीं की श्रेणी में आते हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 2017 में सड़क हादसों में कुल 133 बाइक सवार और 10 साइकल सवारों की मौत प्रतिदिन हुई।

राज्यवार आंकड़े देखें तो पिछले साल सड़क हादसों में ज्यादा मौतें (3,507) तमिलनाडु में हुईं। दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र (1831 मौतें) और तीसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश (1379 मौतें) रहे। इसी प्रकार बाइक सवारों की मौत में तमिलनाडु (6329 मौतें) शीर्ष पर तो उत्तर प्रदेश (5699 मौतें) और महाराष्ट्र (4569 मौतें) क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे।

हाल ही में परिवहन सचिव वाइ एस मलिक ने कहा था कि दूसरों देशों की तुलना में भारत में बाइकर्स को हेय दृष्टि से देखा जाता है। पैदल यात्रियों के लिए बनाए गए फुटपाथ पर अकसर दुकान वाले या फिर लोग अपनी गाड़ियां खड़ी करके कब्जा कर लेते हैं, जिसके चलते पैदल यात्रियों को सड़क पर चलना पड़ता है।