राघवेन्द्र प्रताप सिंह : चीन ने ‘सुपर काउ’ के 3 क्लोन बनाएं हैं और दावा किया है कि ये 100 टन दूध देती हैं। चीन ने कहा है कि वह 1000 ऐसी और गायें पैदा करेगा। चीन ने हाल ही में यह दावा किया है कि उसके वैज्ञानिकों ने ‘सुपर काउ’ की सफलतापूर्वक क्लोनिंग करके 3 बछड़ों को जम्न देने में सफलता प्राप्त की है।
सुपर काउ सामान्य गायों की तुलना में बहुत अधिक मात्रा में दूध का उत्पादन कर सकती हैं। चीनी मीडिया की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सुपर गायों की बदौलत चीन दूध उत्पादन में दुनिया का अग्रणी देश बन सकेगा। वहां की सरकारी मीडिया में दावा किया गया है कि सुपर गायों की सफल क्लोनिंग के बाद चीन के डेयरी उद्योग को उन्नत नस्ल की गायों को विदेशों से आयात करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
नॉर्थवेस्ट यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल एंड फॉरेस्ट्री साइंस एंड टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने सुपर काउ के 3 बछड़ों की सफल क्लोनिंग 23 जनवरी को लूनर न्यू ईयर से पहले के हफ्ते में किया था।
ये तीनों बछड़े होल्स्टीन फ्रेजियन नस्ल की गायों से क्लोन किए गए, जो नीदरलैंड में पाई जाने वाली नस्ल है। होल्स्टीन फ्रेजियन नस्ल वाली गायें अत्यधिक दुग्ध उत्पादक मानी जाती हैं। इस नस्ल की एक गाय प्रति वर्ष 18 टन दूध या अपने जीवनकाल में 100 टन दूध का उत्पादन करने में सक्षम होती है। अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार, यह आंकड़ा यूएसए में 2021 में एक गाय से प्रतिदिन प्राप्त औसत दूध की मात्रा का लगभग 1.7 गुना है।
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