राघवेन्द्र प्रताप सिंह : हिंद महासागर में चीन से बढ़ती चुनौतियों के बीच भारतीय नौसेना ने बड़ा अभ्यास किया है । नौसेना के अधिकारियों ने कहा है कि विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विक्रांत इस अभ्यास में खास भूमिका में थे। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि ‘ हिंद महासागर और उससे आगे समुद्री सुरक्षा व शक्ति को बढ़ाने की भारतीय नौसेना की कोशिशों में यह अभ्यास एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
नौसेना ने कहा कि शक्ति प्रदर्शन के दौरान उसने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने, क्षेत्रीय स्थिरता और संतुलन बनाए रखने और समुद्री क्षेत्र में साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए भारत अपने संकल्प पर दृढ़ है।
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि ‘भारतीय नौसेना ने अरब सागर में 35 से अधिक विमानों के साथ मिशन को अंजाम दिया है, जो विशाल समुद्री विस्तार में लगातार हवाई जहाज के संचालन की गतिविधियां सुचारू रूप से बनी रहे, इसकी जबरदस्त क्षमता का प्रदर्शन करता है। साथ ही यह अभ्यास भारत के राष्ट्रीय हितों के प्रति हम कितने गंभीर और प्रतिबद्ध हैं, यह दर्शाता है।
हाल के वर्षों में अपने युद्ध कौशल के सबसे बड़े प्रदर्शनों में से एक में, भारतीय नौसेना ने अरब सागर में एक मिशन को अंजाम दिया। इसके तहत दो विमान वाहक, कई जंगी जहाज, पनडुब्बियों और 35 से अधिक अग्रिम पंक्ति के फाइटर जेट ने हिस्सा लिया।
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