(शाश्वत तिवारी): भूकंप प्रभावित नेपाल के जाजरकोट जिले में भारत की आर्थिक सहायता से बनाए जा रहे घरों की शुरुआती खेप तैयार हो चुकी है, जिन्हें अब जरूरतमंदों को सौंपा जाएगा। काठमांडू स्थित भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा जाजरकोट में 200 पूर्व-निर्मित (प्री-फैब्रिकेटेड) घरों में से पहले की स्थापना पूरी हो चुकी है। इन्हें विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर की हाल की काठमांडू यात्रा के दौरान नेपाल सरकार को हैंडओवर किया गया था।
हाल ही में 4 जनवरी को नेपाल के दौरे पर गए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भूकंप से उबरने के लिए नेपाल को 1 हजार करोड़ नेपाली रुपये (करीब 7.5 करोड़ डॉलर) की सहायता की घोषणा की थी। इस दौरान उन्होंने नेपाल को भूकंप सहायता की पहली किस्त भी सौंपी थी। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास के बयान में कहा गया है। राहत आपूर्ति के लिए भारत की ओर से 200 घर, 1200 कंबल, 150 तंबू और 2000 स्लीपिंग बैग की सहायता दी जा रही है।
दरअसल नेपाल में पिछले साल नवंबर में आए भूकंप के बाद लोगों को अपने घरों के पुनर्निर्माण और जिंदगी को पटरी पर लाने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि भूकंप के बाद मुसीबत में घिरे नेपाल की मदद के लिए भारत ही सबसे पहले मदद के लिए आगे आया था। भूकंप के बाद भारत सरकार ने अपनी ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति पर काम करते हुए तुरंत मदद भेजी थी। भारत ने तब मिलिट्री एयरक्राफ्ट से नेपाल को दवाएं और राहत सामग्री भेजी थी और भारत अभी भी इसी नीति पर चलते हुए लोगों का जीवन फिर से पटरी पर लाने के लिए हर संभव मदद कर रहा है।
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