संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादियों ने कहा है कि वे हैती के प्रमुख शहरों में बढ़ती अशांति को लेकर बेहद चिंतित हैं, जहां इस साल के पहले महीने में 1,100 से अधिक लोग मारे गए हैं या घायल हुए हैं।
मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) ने राजधानी पोर्ट-औ-प्रिंस और अन्य प्रमुख शहरों में हताहतों की संख्या के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय का हवाला दिया, जो दो साल की अवधि में सबसे अधिक है।
ओसीएचए ने शुक्रवार को कहा, हाल के दिनों में, प्रदर्शनों के बीच घातक हिंसा के फैलने से मानवीय कार्यों में बड़ी बाधाएं आई हैं, इससे जरूरतमंद नागरिकों, खासकर विस्थापन स्थलों पर नागरिकों तक पहुंचने की हमारी योजनाएं प्रभावित हुई हैं।
देश भर में 313,000 से अधिक लोग विस्थापित हैं।
मानवतावादियों ने कहा कि सड़क अवरोध और आंदोलन प्रतिबंध स्वास्थ्य कर्मियों को प्रभावित करते हैं और आवश्यक सामाजिक सेवाओं तक पहुंच से समझौता करते हैं। शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सड़कों और बंदरगाहों तक पहुंचने में कठिनाइयों का असर जीवन रक्षक राहत वितरण पर भी पड़ता है।
मानवतावादियों ने कहा कि पोर्ट-औ-प्रिंस और अन्य शहरी क्षेत्रों सहित देश भर में 1,000 से अधिक स्कूल जनवरी के मध्य में गिरोह विरोध प्रदर्शनों के कारण अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए।
ओसीएचए ने कहा कि देश में हिंसा के कारण खाद्य पदार्थों की कीमत करीब 25 फीसदी तक बढ़ गयी हैंं।
Shaurya Times | शौर्य टाइम्स Latest Hindi News Portal