डा. भूरेलाल  (अध्यक्ष, ईपीसीए) का कहना है कि  ग्रेप अधिसूचित हो चुका है। ईपीसीए इसकी निगरानी कर रही है, बैठकें ले रही है और सीपीसीबी की 40 से 41 टीमें लगातार विभिन्न जगहों पर सर्वे कर नियमित रिपोर्ट बना रही है। इसके बाद जो करना है, वह स्थानीय निकायों व राज्य सरकारों को ही करना है, लेकिन अब अगर वे लापरवाही कर रहे हैं तो कुछ कहने को नहीं रह जाता।