सावन की पहली एकादशी पर भूल से न करें ये गलतियां, वरना श्रीहरि और मां लक्ष्मी हो जाएंगी नाराज
यदि आप नियमपूर्वक सावन की पहली एकादशी को व्रत को नहीं करते हैं, तो व्रत का फल प्राप्त नहीं होगा. आइए जानें कामिका एकादशी पर कौन सी गलतियों से सावधान रहना चाहिए.
तुलसी में जल अर्पित नहीं करें
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, तुलसी माता एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. ऐसे में भूल से भी एकादशी तिथि पर तुलसी में जल अर्पित नहीं करना चाहिए और न ही इस दिन तुलसी के पत्ते तोड़ने चाहिए.
ऐसा करने से नाराज हो जाएंगी माता लक्ष्मी
तुलसी के आस-पास साफ-सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए. इस बात का भी खास ख्याल रखें कि तुलसी के आस-पास जूते-चप्पल या फिर कूड़ेदान आदि नहीं रखना चाहिए. इससे मां लक्ष्मी आपसे नाराज हो सकती हैं, जिस कारण आपको धन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
बाल धोने से बचें
इस दिन व्रती को स्नान में कई बातों का ध्यान रखना चाहिए. कहा जाता है कि, इस दिन स्नान करते हुये साबुन, तेल, शैंपू आदि का भी उपयोग नहीं करना चाहिए. महिलाओं को इस दिन बाल धोने से भी बचना चाहिए. वैसे ही, घर के पुरुषों को दाढ़ी, बाल, नाखून आदि नहीं काटना चाहिए.
इन चीजों का सेवन न करें
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, इस दिन चावल, बैंगन, मसूर की दाल आदि का भी सेवन नहीं करना चाहिए. इसके अलादा घर में झाड़ू लगाने से भी बचना चाहिए.
भगवान विष्णु का भोग बिना तुलसी के अधूरा माना जाता है. ऐसे में एकादशी तिथि पर विष्णु जी को भोग में तुलसी पत्र जरूर अर्पित करें. इससे साधक को तुलसी के साथ-साथ भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होती है. एकादशी से एक दिन पहले ही तुलसी तोड़कर रख सकते हैं.
लहसुन, प्याज से दूर रहें
शास्त्रों के अनुसार, कामिका एकादशी व्रत रखने के एक दिन पूर्व से मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए. यदि व्रत रखना है, तो एक दिन पहले से ही मांस, मदिरा, लहसुन, प्याज आदि को छोड़ देना चाहिए.
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