मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार तक शीत लहर जारी रहेगी. 21 दिसंबर से चिल कला का समय शुरू होगा घाटी में सबसे कठोर सर्दी वाले 40 दिनों की अवधि को चिल्ले कलां कहते हैं.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत देश के अधिकांश राज्यों में इस समय काम की सर्दी पड़ रही है. हालांकि दिन में निकलने वाली धूप से लोगों को जरूर सुकून मिलता है, लेकिन सुबह और शाम को ठिठुरन भरी सर्दी लोगों को हलकान कर रही हैं. वहीं, पहाड़ी राज्यों में हो रही बर्फबारी में मैदानी राज्यों में ठंड को और बढ़ा दिया है, नतीजतन उत्तर भारत के राज्यों में बर्फीली हवाएं चल रही हैं. पहाड़ी राज्यों की बात करें तो वहां भयंकर शीत लहर का दौर है. कश्मीर घाटी में इन दिनों तेज शीत लहर चल रही है. यहां तापमान सामान्य से काफी नीचे चला गया है. श्रीनगर में रविवार को न्यूनतम तापमान शून्य से 3.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. इससे लोगों को रोज मर्रा के कामकाज में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
कड़ाके की ठंड से बच्चों और बुजुर्गों की सेहत के लिए खतरा
लोगों का कहना है कि कड़ाके की ठंड से खासकर बच्चों और बुजुर्गों की सेहत के लिए भारी खतरा है. वास्तव में बात यह है कि अभी तक हम वेट कर रहे हैं स्नोफॉल का. अभी तक स्नोफॉल नहीं आ रहा है. क्योंकि हमारी भी यही दुआ है अल्लाह पाक से कि यहां पे खुश साली हो. उनका कहना है कि बढ़ती सर्दी की वजह से बच्चे बीमार हो रहे हैं या बूढ़े जो हमारे घर में हैं माएं बहनें हैं उनको बाहर निकलना दुश्वार पड़ रहा है . क्योंकि जो सर्दी बढ़ी है उसकी वजह से उनको खांसी जुकाम की वजह से बहुत ही तकलीफ हो रही है.
लोगों को बीमार कर रही सर्दी
कई लोगों ने बताया कि बर्फबारी कम होने से हालात और खराब हो रही हैं. कल से यहां पर बहुत ही ज्यादा ठंड है. सुबह तापमान माइनस हो रहा है तो अगर यहां पर कुछ बर्फ बारी हो जाएगी, श्रीनगर में तो थोड़ा सा बहुत ही फर्क पड़ जाएगा. इसमें अभी आप खुद महसूस कर सकते हैं कि ठंड की कितनी है. बहुत ही ज्यादा ठंड से बच्चे भी बहुत ज्यादा बीमार हो रहे हैं. अगर थोड़ा सा कुछ बर्फ या बारिश गिर जाएगी तो बहुत कुछ फर्क हो जाएगा. मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार तक शीत लहर जारी रहेगी. 21 दिसंबर से चिल्ले कलां का समय शुरू होगा घाटी में सबसे कठोर सर्दी वाले 40 दिनों की अवधि को चिल्ले कलां कहते हैं.
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