सरकारी रिफाइनरी इंडियन ऑयल कार्प ने शुक्रवार को जारी अपने नतीजों में बताया कि उसका मुनाफा 12.2 फीसद तक गिरा है। यह अपने अनुमान से व्यापक रुप से चूक गया है इसे विदेशी मुद्रा व्यय और कच्चे माल की लागत से नुकसान पहुंचा है।
आईओसी के मुताबिक सितंबर में खत्म हुई तिमाही के दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 3,247 करोड़ रुपये (446.92 मिलियन डॉलर) पर आ गया है जो कि एक साल पहले 3,696 करोड़ रुपये के स्तर पर रहा था। विश्लेषक कंपने के 5,088 करोड़ के प्रॉफिट का अनुमान लगा रहे थे।
अप्रैल सितंबर तिमाही के लिए एवरेज ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन- क्रूड ऑयल की प्रोसेसिंग लागत और रिफाइंड प्रोडक्ट की कीमत के अंतर के बराबर होता है वो लुढ़ककर 8.45 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गया जो कि इसके पिछले साल 6.08 डॉलर प्रति बैरल रहा था।
इंडियन ऑयल ने कहा कि इसका संचालन राजस्व 37 फीसद बढ़कर 1.52 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। आज एनएसई में इंट्रा डे में कंपनी का शेयर 6.7 फीसद उछलकर 151.40 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर पहुंच गया। 1 बजकर 52 मिनट पर कंपनी का शेयर 5 फीसद के उछाल के साथ 148.90 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार करता देखा गया।
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