Kanpur Fire: कानपुर के चमनगंज थाना क्षेत्र के प्रेमनगर इलाके में रविवार देर रात पांच मंजिला इमारत में भीषण आग लग गई. जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि इमारत में अवैध जूता फैक्ट्री चल रही थी. जिसमें रविवार रात करीब साढ़े नौ बजे शॉर्ट सर्किट से आग लग गई. आग इतनी भीषण थी कि दमकर और एसडीआरएफ की टीम ने कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.
बताया जा रहा है कि जूता कारोबारी और उसने भाई का परिवार इसी इमारत में रहता था. हादसे के वक्त एक भाई का परिवार किसी समारोह में शामिल होने के लिए जाजमऊ गया था. जूता कारोबारी के परिवार में पति-पत्नी और उनकी तीन बेटियां थी. आग लगते ही पूरा परिवार इमारत में फंस गया. आग इतनी विकराल थी कि दमकल की कई गाड़ियों को आग पर काबू पाने में कई घंटों का वक्त लग गया. जिससे पूरा परिवार बुरी तरह से जल गया. दमकर और एसडीआरएफ की टीम ने बमुश्किल से परिवार के सदस्यों को इमारत से बाहर निकाला. सभी बुरी तरह से जल चुके थे.
बताया जा रहा है कि आग की तपिश इतनी तेज थी कि बचाव दल भी वहां तक नहीं पहुंच पा रहा था. बचाव दल ने किसी तरह से एक बुजुर्ग को इमारत से बाहर निकाल लिया. जिससे उनकी जान बच गई. आग बुझाने के लिए रात करीब सवा बारह बजे हाइड्रोलिक प्लेटफार्म लाया गया, जिससे बचाव अभियान तेज हुआ. उसके बाद रात करीब एक बजे आग पर काबू पाया गया. लेकिन पूरी इमारत में धुआं भर गया था. जिससे परिवार के सदस्यों को इमारत में तलाशना मुश्किल हो गया था. इस दौरान करीब 1:20 बजे आग फिर से भड़क गई. उसके बाद दमकलकर्मियों ने फिर से आग बुझाना शुरू की. पौने दो बजे आग बुझाने के बाद फायर ब्रिगेड के कर्मचारी अंदर पहुंचे लेकिन तब तक पहली मंजिल पर फिर से आग भड़क गई. उसके बाद रात करीब 2:45 बजे आग पर काबू पाया जा सका.
सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
बताया जा रहा कि रिहायशी इलाके में मौजूद इस पांच मंजिला इमारत में अवैध रूप से जूता फैक्ट्री का संचालन हो रहा था. इसी इमारत में पूरा परिवार रहता था. हादसे के बाद सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि इमारत में न तो आपातकालीन निकास था, न आग बुझाने के इंतजाम थे. इसके साथ ही रोड संकरी होने से दमकलकर्मियों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
परिवार की चीख-पुकार से गूंज उठा इलाका
जिस इमारत में आग लगी वह मोहम्मद कासिफ की है. इमारत की पहली और दूसरी मंजिल में जूता-चप्पल बनाने का कारखाना है, जबकि तीसरी और चौथी मंजिल में कासिफ और उनके भाई दानिश का परिवार रहता था. जाजमऊ में रहने वाले मृतक के मामा हाजी इसरत ने बताया कि इमारत की तीसरी मंजिल पर उनका भांजा दानिश (45), उसकी पत्नी नाजरीन, बेटी सारा (14), सिमरा (11) और सात साल की इनाया थीं. दानिश के बुजुर्ग पिता अकील को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था. उन्होंने बताया कि हादसे के वक्त उनका दूसरा भांजा कासिफ और उसका परिवार जाजमऊ गया था. जिससे उनकी जान बच गई.