पटना : इस वर्ष बिहार में हाेने वाले विधानसभा चुनाव काे लेकर चुनाव आयाेग की तैयारियां तेज हाे गयी हैं। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से ईवीएम और वीवीपैट की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। शनिवार को चुनाव आयुक्त डॉ. विवेक जोशी ने इस प्रक्रिया का जायजा लेते हुए सभी संबंधित अधिकारियों और अभियंताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए।
सभी राजनीतिक दलों की मौजूदगी में हो रहा कार्य
ईवीएमऔर वीवीपैट की एफएलसी इस प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ पूरा किया जा रहा है। एफएलसी सेंटर पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिहार विनोद सिंह गुंजियाल की उपस्थिति के साथ-साथ सभी प्रमुख राजनीतिक दलों जैसे भाजपा, जदयू, राजद, कांग्रेस, एलजेपी, बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी के जिला प्रतिनिधियों की मौजूदगी भी रखी गयी है।
एफएलसी यानी फस्टर्ट लेवल चेकिंग वह प्रक्रिया है जिसमें चुनाव में इस्तेमाल होने वाले ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की तकनीकी जांच की जाती है। इसका उद्देश्य यह निश्चित करना होता है कि सभी मशीनें पूरी तरह से ठीक हैं और चुनावी प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनी रहे।
डॉ. विवेक जोशी ने एफएलसी सेंटर में मौजूद इलेक्ट्राॅनिक्स काॅरपाेरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के अभियंताओं से विस्तृत जानकारी ली और हर पहलू की गहराई से जांच की। लिमिटेड की टीम के कुल 18 इंजीनियर इस कार्य में दिन-रात लगे हुए हैं।
24 मई तक पूरी कर ली जाएगी मशीनाें की जांच
पटना जिला प्रशासन के अनुसार जिले में कुल 7209 बैलट यूनिट (BU), 5613 कंट्रोल यूनिट (CU) और 6058 वीवीपैट (VVPAT) मशीनें उपलब्ध हैं। इनकी जांच का कार्य 2 मई से आरंभ किया गया था और यह कार्य 24 मई तक पूर्ण कर लिया जाएगा। अब तक की रिपोर्ट के अनुसार 4380 BU, 4380 CU और 4380 VVPAT की जांच पूरी हो चुकी है। जांच के दौरान 431 BU, 47 CU और 36 VVPAT मशीनों को खामियों के कारण रिजेक्ट कर दिया गया।
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