हैदराबाद : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात में तेलुगू भाषाई राज्यों से जुड़े मुद्दों का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि ड्रोन तेलंगाना में कृषि क्षेत्र में बड़े बदलाव ला रही है। मोदी ने ड्रोन से खेती करने के लिए तेलंगाना के संगारेड्डी जिले की महिलाओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “ग्रामीण महिलाओं को ड्रोन ऑपरेटर के रूप में प्रशिक्षित किया गया है। वे बगीचों में कीटनाशकों और शाकनाशियों का छिड़काव करने के लिए ड्रोन का उपयोग कर रही हैं।”
मोदी ने बताया, “पारंपरिक तरीकों की तुलना में कीटनाशकों का छिड़काव तेजी से और अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकता है। पानी और कीटनाशक की खपत 30-40 प्रतिशत तक कम की जा सकती है। महिलाओं का आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता बढ़ी है। यह विकास “ड्रोन तकनीक” को ग्रामीण स्तर तक ले जाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। केंद्र सरकार ‘कृषि के लिए ड्रोन’ योजना के तहत महिला समूहों को रियायती दरों पर ड्रोन उपलब्ध करा रही है। प्रशिक्षण केंद्र और “ड्रोन लाइसेंसिंग” सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।”
प्रधानमंत्री ने इन महिलाओं को “स्काई वॉरियर्स” कहकर संबोधित किया। इसके बाद उन्होंने आंध्र प्रदेश के बारे में बात की। उन्होंने इस साल 21 जून को विशाखापत्तनम में मनाए जाने वाले “11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस” का जिक्र किया। मोदी ने कहा कि वे विशाखापत्तनम में “अंतरराष्ट्रीय योग दिवस” कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। मोदी ने विशाखापत्तनम की प्राकृतिक सुंदरता की प्रशंसा की। उनका मानना है कि समुद्र तट पर विशाखापत्तनम के आसपास के इलाकों में योग का अभ्यास करने से यह अनुभव और भी मजेदार हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश सरकार ने ‘योग आंध्र’ नाम से एक विशेष अभियान शुरू किया है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य राज्य में हर किसी को योग के महत्व के बारे में जागरूक करना और हर गांव और स्कूल में योग अभ्यास को शुरू करना है। उन्होंने बताया कि इस अभियान में 10 लाख से ज़्यादा योग साधक हिस्सा लेने जा रहे हैं। विशेष शिविर, स्कूल योग कार्यक्रम और मेगा इवेंट पहले ही शुरू हो चुके हैं।