भरतपुर : पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले मोहम्मद कासिम के बड़े भाई मोहम्मद हसीन को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने डिटेन कर लिया है। हसीन को भरतपुर जिले के डीग के नगर इलाके से पकड़ा गया है। उसे पूछताछ के लिए दिल्ली ले जाया गया है, जहां उसका सामना पहले से गिरफ्तार कासिम से करवाया जाएगा।
स्पेशल सेल की टीम शुक्रवार को डीग के पहाड़ी थाना क्षेत्र के गंगौरा गांव पहुंची थी, जहां कासिम और हसीन रहते हैं। कासिम की गिरफ्तारी के बाद हसीन फरार हो गया था, लेकिन शुक्रवार शाम नगर इलाके में उसके होने की जानकारी मिलने पर उसे पकड़ लिया गया।
अब तक की
जांच में पता चला है कि हसीन भी आईएसआई के संपर्क में था और उसने भी पाकिस्तान को कई बार खुफिया जानकारी भेजी थी। हसीन मजदूरी करता है, जबकि उसका भाई कासिम ताबीज बेचने का काम करता था। कासिम पहले दिल्ली में रहता था और किडनैपिंग के मामले में तिहाड़ जेल में पांच साल की सजा काट चुका है।
कासिम ने पूछताछ में बताया कि पाकिस्तान जाने की योजना पहले हसीन की थी, लेकिन वीजा न बनने के कारण वह नहीं जा सका। इसके बाद अगस्त 2024 और फिर 2025 की ईद पर कासिम पाकिस्तान गया, जहां उसने आईएसआई से ट्रेनिंग ली।
कासिम ने दिल्ली में कुछ लोगों को सिम कार्ड भी दिए, ताकि वह आईएसआई से जुड़े पीआईओ इंटेलिजेंस नेटवर्क से जुड़ सके और भारत की गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान भेज सके। जांच में सामने आया है कि कासिम और हसीन का संपर्क पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारी दानिश से भी था। भारत सरकार ने उसे आईएसआई एजेंट होने के शक में देश छोड़ने का आदेश दिया था। इसी साल 23 मई को सीआईडी और आईबी ने कासिम को हिरासत में लिया था, लेकिन पूछताछ के बाद 27 मई को उसे छोड़ दिया गया। 28 मई को दिल्ली पुलिस ने फिर से कासिम को हिरासत में लिया और 29 मई को उसके आईएसआई से संबंधों का खुलासा हुआ। इसके बाद हसीन को भी डिटेन किया गया।
फिलहाल दोनों से पूछताछ जारी है और पूरे नेटवर्क की जांच की जा रही है।