आगरा : उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि भारत की वीरांगना लोकमाता अहिल्याबाई होलकर हमारे लिए प्रेरणामूर्ति हैं। वह न्यायप्रिय थीं। अहिल्याबाई ने हमारे सांस्कृतिक विरासत के सृजन व संरक्षण का कार्य किया। नारी शक्ति के सशक्तीकरण के लिए अहिल्याबाई ने अपनी सेना में महिलाओं की टुकड़ी बनाई थी। जब औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ के मंदिर को नष्ट किया, उसके सौ साल बाद अहिल्याबाई होलकर ने मंदिर बनवाया।
उप राष्ट्रपति धनखड़ रविवार को यहां राजकीय इण्टर कालेज मैदान पर अहिल्याबाई होलकर जन्म त्रिशताब्दी वर्ष स्मृति अभियान के तहत आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि आज संकल्प लेना चाहिए कि हम उनके आदर्शों पर चलेंगे। अहिल्याबाई होलकर ने उस कठिन समय में महान भारत की कल्पना की थी। धर्म संस्कृति व शासन एक ही धारा में प्रवाहित होते हैं। उन्होंने सोमनाथ, काशी विश्वनाथ, महाकालेश्वर, बद्रीनाथ, केदारनाथ और भीमाशंकर आदि अनेक मंदिर बनवाये।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होलकर धनगर थीं, हम धनखड़ हैं। उन्होंने कहा कि जो अहिल्याबाई होलकर ने किया वह यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज कर रहे हैं। आने वाली पीढ़ियां योगी के इस कार्य को उसी तरीके से याद करेंगी, जैसे कि आज लोकमाता अहिल्याबाई को याद कर रहे हैं। मोदी व योगी के नेतृत्व में अयोध्या व काशी में जो काम हुआ है यह काम आसान नहीं था। हमारी संस्कृति का संरक्षण हमारे लिए बहुत अहम है।
जगदीप धनखड़ ने कहा कि हम भारतीय हैं। भारतीयता हमारी पहचान है। राष्ट्र सर्वोपरि है। भारतीय सेना के पराक्रम को याद दिलाना चाहूंगा। आपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए हम भारतीय सेना का अभिनंदन करता हूं। अब भारत बदल गया है। जो हम पर हाथ डालेगा, उसे पूरी तरह खत्म किया जाएगा। उन्हाेंने कहा कि आज यूपी का मतलब है सुशासन। कानून का राज। बिना कानून के राज के विकास संभव नहीं है। वीरांगना अहिल्याबाई हमारे लिए प्रेरणामूर्ति हैं। आज के भारत में सेना में महिलाओं का स्थान है। अब संसद व विधानसभा में भी आरक्षण है। धनखड़ ने कहा कि किसान का दर्द मैं समझता हूं। विकसित भारत होगा। किसान ने ठान रखी है।
कार्यक्रम के मंच पर हरियाणा के राज्यपाल बंगारू दत्तात्रेय, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल, महाराष्ट्र विधान परिषद के सभापति प्रो. राम शंकरराव शिंदे प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। इससे पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ एवं डॉ. सुदेश धनखड़ ने अपनी स्वर्गीय माताजी केसरी देवी एवं भगवती देवी की स्मृति में जीआईसी मैदान पर पौधारोपण भी किया।