कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद और कोलकाता हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस अभिजीत गांगोपाध्याय की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें कोलकाता के वुडलैंड्स मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में शिफ्ट किया गया है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है।
63 वर्षीय गांगोपाध्याय को 14 जून को पेट दर्द, उल्टी और पेट फूलने की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जांच में तीव्र पैंक्रियाटाइटिस और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सेप्सिस की पुष्टि हुई। अस्पताल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी रूपक बरुआ ने बुधवार रात बताया कि गांगोपाध्याय की हालत 24 घंटों में थोड़ी बेहतर जरूर हुई है, लेकिन उन्हें आईसीयू में विशेष निगरानी में रखा गया है। उन्होंने कहा, ”स्थिति गंभीर है और हम कोई जोखिम नहीं ले रहे हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की मल्टी स्पेशलिस्ट टीम उनकी देखभाल कर रही है।”
इस टीम में आंतरिक चिकित्सा विशेषज्ञ, हृदय रोग विशेषज्ञ, फेफड़े के रोग विशेषज्ञ, एंडोक्रिनोलॉजिस्ट, गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट और पाचन तंत्र के सर्जन शामिल हैं। सोमवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार पार्टी नेताओं के साथ अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों से उनका हालचाल जाना। भाजपा नेताओं ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
अभिजीत गांगोपाध्याय ने 2024 में तमलुक लोकसभा सीट से जीतकर संसद पहुंचे। इसके पहले वे कलकत्ता हाई कोर्ट में न्यायाधीश थे और उन्होंने 2024 में इस्तीफा देकर राजनीति में प्रवेश किया। जज के रूप में उनके कई फैसले सुर्खियों में रहे। 2022 में उन्होंने स्कूल सेवा आयोग और पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा शिक्षकों की भर्ती में अनियमितताओं की जांच के आदेश सीबीआई को दिए थे। इसके अलावा 2023 में उन्होंने लगभग 32 हजार प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्तियां रद्द कर दी थीं।