नई दिल्ली ( शाश्वत तिवारी)। ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के मद्देनजर भारत सरकार ने अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऑपरेशन सिंधु शुरू किया है। तेहरान में भारतीय दूतावास द्वारा पहले जारी की गई एडवाइजरी के बाद अब छात्रों सहित भारतीय नागरिकों को उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों से सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित करने के प्रयास चल रहे हैं। ऑपरेशन के हिस्से के रूप में विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि 17 जून को उत्तरी ईरान से 110 भारतीय छात्रों को निकाला गया। ईरान और आर्मेनिया दोनों में भारतीय मिशनों की देखरेख में भारतीय दूतावास ने उन्हें सड़क मार्ग से सुरक्षित रूप से आर्मेनिया में प्रवेश करने में सहायता की, जिसके बाद छात्र अर्मेनियाई राजधानी येरेवन पहुंचे।
इसके बाद 19 जून की सुबह जम्मू-कश्मीर के 90 छात्रों सहित 110 छात्र नई दिल्ली पहुंचे, जहां उनका स्वागत विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने किया। भारत सरकार ने निकासी में सहयोग के लिए ईरान और आर्मेनिया की सरकारों की सराहना की है। वहीं अपनी सरजमीं पर सुरक्षित उतरने के बाद छात्रों ने भारत सरकार और भारतीय मिशनों का आभार व्यक्त किया। विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत विदेश में अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। चल रहे अभियान के हिस्से के रूप में, ईरान में हमारा दूतावास बड़ी संख्या में भारतीय नागरिकों को शत्रुता से प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित करने में सहायता करना जारी रखे हुए है, जिसका उद्देश्य उन्हें संभावित मार्गों के माध्यम से निकालना है। विदेश मंत्रालय ने वर्तमान में ईरान और इजरायल में सभी भारतीय नागरिकों को समय पर अपडेट और सहायता के लिए संबंधित भारतीय दूतावासों के साथ निकट संपर्क में रहने की सलाह दी है।