पीओके स्थित गिलगित बाल्तिस्तान में बादल फटा, चार पर्यटकों की मौत,

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर के गिलगित बाल्तिस्तान में भारी बरसात और बाढ़ के बीच बादल फटने से भारी तबाही हुई है। इस जल त्रासदी में कम से कम चार पर्यटकों की मौत हो गई और दो घायल हो गए। इस घटना में लगभग 15 पर्यटक लापता बताए गए हैं। इस दौरान राहत और बचाव टीम ने 200 पर्यटकों को बचा लिया है।

पाकिस्तानी अखबार डान की खबर के अनुसार, एक सरकारी प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि गिलगित-बाल्टिस्तान के डायमर में बाढ़ में फंसे 200 से अधिक पर्यटकों को बचा लिया गया है। इस बीच राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने गिलगित-बाल्तिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और गुलाम जम्मू-कश्मीर के विभिन्न इलाकों में भूस्खलन की चेतावनी जारी की है।

प्रवक्ता के अनुसार, डायमर के बाबूसर इलाके में सोमवार को बादल फटने के बाद आए पानी के सैलाब और पत्थरों में फंसकर कम से कम चार पर्यटकों की मौत हो गई, दो अन्य घायल हो गए। इस दौरान 15 पर्यटक लापता हो गए। बादल फटने से आई बाढ़ ने पूरे क्षेत्र में तबाही मचा दी है।

सरकारी प्रवक्ता फैज़ुल्लाह फारक के अनुसार, बचाए गए 200 से अधिक पर्यटकों को चिलास पहुंचाया गया है। उन्हें होटलों और गेस्ट हाउसों में आश्रय दिया गया है।

दियामेर जिला आयुक्त अताउल्लाह काकर के अनुसार, कल से अब तक मरने वालों की संख्या पांच हो गई है। काकर ने बताया कि लापता पर्यटकों की तलाश के लिए बचाव अभियान जारी है। पांच मृतकों में से चार की पहचान हो गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अब्दुल हमीद के अनुसार, देश के विभिन्न हिस्सों से आए 20 से 30 पर्यटक लापता बताए गए हैं। सेना को खोज और बचाव अभियान में शामिल किया गया है।

इस बीच दियामेर प्रशासन ने थैक-बाबूसर रोड पर जीरो पॉइंट और बाबूसर टॉप के बीच पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। इसके अलावा आपातकालीन नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है। काकर प्रशासन के अनुसार सेना के उत्तरी क्षेत्र बल कमान हेलीकॉप्टरों के जरिए बाबूसर में फंसे पर्यटकों को चिकित्सा सहायता और भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद अली ने बताया कि बाढ़ में तीस वाहन बह गए। अधिकतर लोगों को स्थानीय लोगों ने बचा लिया है।

सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, कल से अब तक बाढ़ में 50 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए। बाबूसर में एक गेहूं का डिपो, एक बालिका विद्यालय, एक पुलिस चौकी, एक पर्यटन पुलिस आश्रय स्थल और चार पुल बह गए हैं। दो मस्जिदें और एक पवनचक्की भी क्षतिग्रस्त हो गई है। बाढ़ के कारण काराकोरम राजमार्ग का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे दोनों छोर पर हजारों पर्यटक और यात्री फंस गए।

पुलिस प्रवक्ता गुलाम मोहम्मद ने कहा कि देवसाई में, बाढ़ के कारण सादपारा और देवसाई को जोड़ने वाली सड़क को दस अलग-अलग जगहों पर बंद कर दिए जाने से 413 पर्यटक वाहन फंस गए। प्रवक्ता के अनुसार, पुलिस ने फंसे हुए लोगों को बचाया और क्षतिग्रस्त सड़कों को रात भर में बहाल करने के बाद सुबह उन्हें स्कार्दू पहुंचाया। पुलिस के अनुसार, रावलपिंडी में एक सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी और उनकी बेटी के लापता होने के बाद खोज और बचाव कार्य जारी है। उनकी कार बरसाती नाले में बह गई।

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