वॉशिंगटन : अमेरिका ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की गिरफ्तारी पर इनाम की राशि को दोगुना करते हुए इसे 50 मिलियन डॉलर कर दिया है। मादुरो की गिरफ्तारी पर इनाम की यह राशि, अमेरिका की तरफ से आतंकी संगठन अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को पकड़ने के लिए घोषित की गई इनाम की राशि से दोगुनी है।
अमेरिका की अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स वीडियो जारी कर इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि अमेरिका ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति की गिरफ्तारी में मदद करने वाले को 50 मिलियन डॉलर का इनाम देने की घोषणा की है। वीडिया संदेश में पैम बॉन्डी ने कहा कि “राष्ट्रपति ट्रंप की अगुवाई में मादुरो बच नहीं पाएंगे और उन्हें उनके घृणित अपराधों के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा।”
अमेरिका ने मादुरो पर दुनिया के सबसे बड़े ड्रग तस्करों में शामिल सिनालोआ कार्टेल जैसे अपराधी समूह के साथ काम करने का आरोप लगाते हुए अमेरिका में फेंटेनाइल युक्त कोकीन की बाढ़ लाने के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
उल्लेखनीय है कि ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान साल 2020 में मैनहट्टन संघीय अदालत में मादुरो पर उनके कई करीबी सहयोगियों के साथ कोकीन आयात करने की साजिश के संघीय आरोपों में अभियोग लगाया गया था। उस समय मादुरो की गिरफ्तारी पर 15 मिलियन डॉलर का इनाम रखा था जिसे बाइडेन प्रशासन ने बढ़ाकर 25 मिलियन डॉलर कर दिया। अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन की गिरफ्तारी पर इतनी ही राशि का इनाम घोषित किया था।
खास बात यह है कि इतनी भारी-भरकम इनाम की राशि घोषित किए जाने के बावजूद मादुरो अपनी स्थिति बनाए हुए हैं और एक स्वतंत्र देश वेनेजुएला के राष्ट्रपति हैं। हालांकि मादुरो के विरोधी उन पर गलत तरीके से सत्ता पर काबिज होने का आरोप लगाते हुए साल 2024 में दोबारा उनके निर्वाचन को महज दिखावा करार देते रहे हैं।—-
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