अफगानिस्तान में रविवार रात भूकंप के भयंकर झटकों से भारी नुकसान हुआ है. रात 12 बजकर 47 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.3 मापी गई. इसका केंद्र जलालाबाद शहर से करीब 27 किलोमीटर दूर, धरती के भीतर 8 किलोमीटर गहराई में था. झटकों से नंगरहार प्रांत में कई इमारतें ढह गईं और सड़कों व घरों में दरारें आ गईं.
नंगरहार जन स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता नकीबुल्लाह रहीमी के अनुसार, भूकंप में कम से कम 19 लोगों की मौत हुई है और 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सबसे ज्यादा नुकसान दाराह-ए-नूर जिले के साटिन गांव में हुआ, जहां कई घर मलबे में तब्दील हो गए.
अफगानिस्तान में 5 बार हिली धरती
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, आधी रात के बाद अफगानिस्तान में धरती पांच बार हिली.
12:47 बजे – 6.3 तीव्रता का भूकंप
1:08 बजे – 4.7 तीव्रता
1:59 बजे – 4.3 तीव्रता
3:03 बजे – 5.0 तीव्रता
5:16 बजे – 5.0 तीव्रता
कहां-कहां महसूस हुए झटके?
जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज और यूरोपियन-मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) के अनुसार, इस भूकंप के झटके भारत, पाकिस्तान और चीन तक महसूस किए गए. इस्लामाबाद में लोग घरों से बाहर निकल आए. भारत के दिल्ली-NCR समेत कुछ हिस्सों में भी कंपन महसूस किया गया, हालांकि यहां कोई नुकसान नहीं हुआ है.
भूकंप क्यों आता है?
वैज्ञानिकों के अनुसार, पृथ्वी की सतह कई टैक्टोनिक प्लेटों पर टिकी है, जो लावा पर तैरती रहती हैं. जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं या ज्यादा दबाव के कारण टूटती हैं, तो ऊर्जा बाहर निकलती है और धरती हिलती है. यही घटना भूकंप कहलाती है.
आपको बता दें कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर मापी जाती है. इसे 1 से 9 तक के पैमाने पर दर्ज किया जाता है. यह स्केल धरती के भीतर से निकली ऊर्जा को मापकर बताता है कि भूकंप कितना शक्तिशाली है.
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